लाखों रुपए से बनकर तैयार पशु चिकित्सालय है बेकार
संवाद सूत्र, चौथम(खगड़िया): प्रखंड कार्यालय परिसर में बना पशु चिकित्सालय आज भी उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। चार वर्ष पूर्व लगभग 22 लाख रुपये की राशि से बना पशु चिकित्सालय उचित रखरखाव व संसाधनों के अभाव में जंगली लताएं व गंदगी का शिकार होते जा रहा है। अभी भी अस्पताल वहीं पुराने व जीर्ण-शीर्ण भवन में चल रहा है। जिसमें कभी कोई अप्रिय घटना का शिकार हो सकता है। लेकिन इस ओर विभागीय पदाधिकारी का ध्यान नहीं जा रहा है। पशु चिकित्सालय के लिए नए भवन के लिए कई बार स्थानीय डॉक्टरों ने विभाग को लिखकर दिया। जब भवन बनकर तैयार हो गया तो लगता है इस भवन की दरकार शायद विभागीय व स्थानीय डॉक्टर को नहीं है। नए भवन में शिफ्ट नहीं होने के कारण कई दवाईयां बेकार होकर नष्ट हो रही है। पशु की चिकित्सा भी जगह के अभाव में ठीक ढ़ंग से नहीं हो रहा है। जबकि नए भवन में पशुओं की चिकित्सा के लिए विशेष रूप से भवन बनाया गया है। भवन में शिफ्ट नहीं होने के कारण डॉक्टर के लिए बने आवास के पास बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग गई है। लोगों का कहना है कि बेकार में सरकार द्वारा इतनी बड़ी राशि खर्च की गई। इससे अच्छा था कि इतनी राशि से कोई दूसरा सरकारी भवन बन जाता।
कहते हैं पशु चिकित्सक
इस बावत भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी कृष्ण मोहन प्रसाद ने बताया कि नए भवन में पानी व बिजली की सुविधा नहीं है। जिसके कारण शिफ्ट करने में कठिनाई होगी। साथ ही भवन के सामने व अगल-बगल में जमीन का स्तर नीचे होने के कारण पानी भर गया है। जल्द ही समस्या का समाधान कर नये भवन में अस्पताल सहित आवास को शिफ्ट किया जाएगा।