खिरनियां के समीप असुरक्षित है तटबंध
फोटो- 22 केएचजे 4
- विभाग द्वारा डाली गई है बोरी
- तटबंध के दोनों साईड बना है बड़ा गड्ढा
- जलस्तर बढ़ा तो बलहा गांव पर मंडराएगा खतरा
मानसी(खगड़िया)संवाद सूत्र: कोसी एवं पूर्व बिहार के कई क्षेत्र बाढ़ की विभीषिका झेल रही है। वहीं, लोग गांव से पलायन करने के लिए विवश हो रहे हैं। कोशी व बागमती के जलस्तर में कमी होने से जहां लोगों में राहत देखी जा रही है। वहीं, प्रखंड के बदला- करांची तटबंध खिरनियां ढाला के समीप असुरक्षित होने से बलहा गांव में खतरा मंडरा सकता है। जबकि विभागीय स्तर पर बोरी में मिट्टी भरकर कुछ हदतक काम किया गया। मालूम हो कि खिरनियां ढाला के समीप तटबंध के दोनों छोड़ में ट्रैक्टर आने जाने से तटबंध का लेवल नीचे हो गया। जिसका नतीजा यह हुआ कि तटबंध पर बड़ा गढढा बन गया। नेपाल द्वारा छोड़े गये पानी से बागमती में उफान आ गयी। जलस्तर बढ़ने पानी तटबंध के किनारे आ गया। स्थिति इतनी भयावह है कि अगर बागमती का जलस्तर बढ़ा तो आसपास के गांव पर भी खतरा मंडराना लाजिमी है। स्थानीय राकेश चौधरी, श्याम चौधरी, हंसराज चौधरी ने बताया कि इस संबंध विभाग को अवगत करा दी गयी है। तटबंध क्षतिग्रस्त होने के कारण आनन-फानन में विभाग द्वारा बोरी में मिट्टी भरकर पानी के बैग को रोका गया है। लेकिन अभी भी असुरक्षित है। बाढ़ प्रमंडल दो के कार्यपालक अभियंता नंद कुमार झा ने बताया कि ग्रामीण द्वारा सूचना मिलते ही अतिशीघ्र तटबंध पर निरोधक कार्य किया गया। श्री झा ने कहा कि खतरे की कोई बात नहीं है। बागमती के जलस्तर में कमी देखी जा रही है।