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तलवार की धार से यहां होता है कैंसर जैसे रोग का भी इलाज!

अगर आपको कोई कहे कि सूई दवा नहीं बल्कि तलवार की धार से कई गंभीर रोगों का इलाज किया जाता है तो आप शायद विश्वास नहीं करेंगे लेकिन यह सच है, कटिहार में एक बाबा एेसा करते हैं।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 04 Mar 2017 01:10 PM (IST)Updated: Sat, 04 Mar 2017 10:42 PM (IST)
तलवार की धार से यहां होता है कैंसर जैसे रोग का भी इलाज!
तलवार की धार से यहां होता है कैंसर जैसे रोग का भी इलाज!

कटिहार [जेएनएन]। दुनिया चांद सितारों तक पहुंच गई, विज्ञान और चिकित्सा विज्ञान के इस युग में आज अगर आपको कोई कहे कि मरीजों का इलाज सूई और दवा की बजाय तलवार से होता है तो शायद आपको आश्चर्य होगा, आप इस बात पर यकीन करें या ना करें लेकिन यह हकीकत है। तलवार की धार से कैंसर जैसे रोग का भी इलाज हो रहा है।

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बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखण्ड के कोलासि भगत टोला में गुलाब उरांव नामक बाबा तलवार की धार पर विभिन्न बीमारी से ग्रस्त लोगों को कथित रूप से ठीक करने का दावा कर रहे है। बड़ी संख्या में दूर -दराज के लोग हर रोज बाबा के धाम पर पहुंचते है।
बाबा दावा करते हैं कि चमत्कारिक और दैवी शक्ति से कैंसर सहित कई गम्भीर मरीजों का इलाज वो कर चुके हैं। धाम में धारदार हथियार की पूजा करने के बाद इलाज के लिए आये लोगों को एक-एक कर तेज धार पर तौला जाता है। इस बीच बाबा मंत्र भी बुदबुदाते है। बाबा की कुटिया कटिहार जिले कोढ़ा पंचायत से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर है।                        
कुटिया में लोगों की भीड़ लगी रहती है, लोग यहां आते हैं और तलवार की धार पर नंगे पांव चढ़कर अपना इलाज करवाते हैं। आस्था और अंधविश्वास का यह खेल कई सालों से चलता आ रहा है। बाबा ध्यान लगाकर मरीजों को तलवार की धार पर लोगों को चढ़ाते हैं और हर प्रकार की बीमारियों, यहां तक कि कैंसर का भी इलाज करते हैं।
 
लोगों में भी इसे लेकर विश्वास है कि यहां आने के बाद उन्हें सारी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है। गूगल के दौर में इलाज का यह तरीका गजब का है और लोगों के विश्वास की भी दाद देनी होगी, जहां बाबा गेंदा लाल उड़ाव अपने अजीबोगरीब मंत्रोच्चारण के सहारे अद्धभुत कारनामे के साथ हर उम्र के लोगों की तकलीफों और बीमारियों को दूर करने का दावा करते हैं। 
बाबा के दावों में कितना दम है ये तो परखना आसान नहीं है पर आस्था के नाम पर बाबा के दरबार में पहुंचे भक्तों का कहना है कि बाबा इसके लिए ना तो कोई तय पैसा लेते हैं और ना ही कोई चढ़ावा इसलिए लोगों को इस स्थान पर और इलाज के इस तरीके के प्रति आस्था बढ़ने लगी है।
कटिहार सदर अस्पताल में पदस्थापित सरकारी डॉक्टर डीएन पोद्दार कहते हैं कि चिकित्सा विज्ञान में तो इस तरीके के उपचार का कोई आधार नहीं है पर आस्था के नाम पर कुछ कहना विज्ञान के बस की बात नहीं है। 
वहीं बाबा के धाम पहुंची गायत्री देवी का कहना है कि उनके पति पक्षाघात से पीड़ित थे और बाबा के तलवार ने उन्हें ठीक कर दिया है। बाबा के मंत्रों में गजब की शक्ति है।
जहां आप गूगल के फास्ट इंजन की बात कर हर चीज आसानी से ढूंढ रहे हैं, वहीं इस युग में भी एेेसे लोग हैं जो इस तरह के अंधविश्वास में आज भी यकीन करते हैं। 

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