सिख रेजिमेंट के सैनिक का शव लेकर कटिहार से लौटे परिजन
पंजाब के गुरदासपुर निवासी सेना के जवान मंजीत सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गई। उसका शव कटिहार पुलिस ने महियारपुर के समीप एक बांस की झाड़ी से बरामद किया था। मंजीत के पिता प्रीतम सिंह ने बताया कि अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई।
कटिहार। पंजाब के गुरदासपुर निवासी सेना के जवान मंजीत सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गई। बीते शनिवार को उसका शव कटिहार पुलिस ने मनिहारी थाना क्षेत्र के महियारपुर के समीप एक बांस की झाड़ी से लावारिस अवस्था में बरामद किया था।
मामले की जानकारी मिलने पर गुवाहाटी से सेना के अधिकारी रविवार को कटिहार आए। पुलिस अधिकारियों से बात कर मामले की जानकारी ली। लेकिन घटना की बाबत कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। वहीं सूचना पाकर रविवार को ही कटिहार पहुंचे मंजीत के भाई सुखदेव सिंह व बहनोई बलविंदर सिंह ने बताया कि मंजीत से आखिरी बार बातचीत 10 फरवरी को मोबाइल पर हुई थी।
इसके बाद से उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। उन लोगों ने मंजीत की यूनिट में भी बात की थी। लेकिन वह वहां नहीं पहुंचा था। तभी से वे लोग मंजीत की खोजबीन कर रहे थे। वहीं गुरदासपुर में मंजीत के पिता प्रीतम सिंह ने बताया कि उसके लापता होने की शिकायत उन्होंने कादियां थाने में भी दर्ज कराई थी। पिता ने कहा कि उसका अपहरण कर उसकी हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया गया होगा।
इधर, पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव मंजीत के परिजन को सौंप दिया। शव लेकर परिजन पंजाब रवाना हो गए। रविवार को उसकी पहचान पुलिस ने जेब से मिले आई कार्ड, एटीएम कार्ड, मोबाइल व अन्य कागजातों के आधार पर की।
मंजीत गुरदासपुर जिले की कादियां तहसील के वार्ड नंबर एक के अंतर्गत कृष्णा नगर का निवासी था। वह सिख रेजीमेंट, गुवाहाटी में लांसनायक के पद पर कार्यरत था। छुट्टियां खत्म होने के बाद वह 8 फरवरी को दिल्ली से नार्थ ईस्ट (एनई) एक्सप्रेस द्वारा गुवाहाटी जिले के न्यू गोमा के लिए रवाना हुआ था। शव की स्थिति से स्पष्ट है कि उसकी हत्या 48 घंटे पूर्व ही की गई थी। गोली मंजीत के कान के नीचे लगी है, जो आर-पार हो गई। शरीर पर जख्म के कई अन्य निशान भी मौजूद थे। इस मामले मेंअज्ञात हत्यारों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस कटिहार की मेन लाइन से होकर गुवाहाटी जाती है। जबकि जहां शव मिला है वह क्षेत्र मनिहारी-महियारपुर है। जहां से होकर रेलवे की लूप लाइन गुजरती है। इस लाइन से केवल स्थानीय यात्री ट्रेनें ही गुजरती हैं। ऐसे में यहां मंजीत का शव मिलना कई सवालों को खड़ा कर रहा है।
पुलिस भी अभी तक इस गुत्थी को सुलझा नहीं पाई है। पुलिस लूटपाट के दौरान हत्या की आशंका से इन्कार कर रही है। वहीं कटिहार के एएसपी छोटेलाल प्रसाद ने बताया कि शव की स्थिति से स्पष्ट है कि जवान की हत्या गोली मार कर की गई है। हत्या कहां की गई और शव यहां कैसे पहुंचा, इसकी जांच चल रही है।