कैप्टन की फिक्र में थम नहीं रहे मां के आंसू
कटिहार। छह फरवरी को दिल्ली जाने के दौरान महानंदा एक्सप्रेस से लापता सेना के कैप्टन शिखर दीप के परिजन
कटिहार। छह फरवरी को दिल्ली जाने के दौरान महानंदा एक्सप्रेस से लापता सेना के कैप्टन शिखर दीप के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। शहर के बरमसिया मोहल्ले में अपनी बहन के घर ठहरी कैप्टन की मां किरण देवी की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है। रिश्तेदार व शुभ¨चतक भरसक ढ़ांढ़स बंधाने की कोशिश कर रहे हैं। शिखर की मां बदहवाश हालत में कुछ भी बात नहीं कर पा रही है। भींगी पलकों से वह अपने बेटे की सकुशल वापसी की भगवान से प्रार्थना ही कर रही है। किसी अनहोनी की आशंका से परिजन सशंकित हैं। लापता होने के बाद शिखर का सामान व जूते बर्थ के पास से बरामद होने के कारण भी अनहोनी की आशंका गहराने लगी है। गुमशुदगी की जानकारी होने के बाद से ही शिखर के पिता ले. कर्नल अनंत कटिहार से लेकर पटना तक बेटे की तलाश में रेल थानों की खाक छान रहे हैं। परिजनों का कहना है कि घटना को लेकर जांच और तलाशी से भी संतुष्ट नहीं हैं। अब तक इस संबंध में किसी तरह का सुराग नहीं मिल पाने के कारण मां और पिता के चेहरे पर ¨चता की गहरी लकीरें खींच रही है। छह फरवरी को शिखर बरमसिया स्थित अपने मौसी के घर से ही ट्रेन पकड़ने निकला था।