ईट-भट्ठों में भी लिया जा रहा बच्चों से काम
कटिहार। प्रखंड क्षेत्र में तमाम प्रशासनिक दावों के उलट बाल मजदूरी धड़ल्ले से जारी है। जोखिम भरे कार्य
कटिहार। प्रखंड क्षेत्र में तमाम प्रशासनिक दावों के उलट बाल मजदूरी धड़ल्ले से जारी है। जोखिम भरे कार्य भी इन बच्चों से बेधड़क लिये जा रहे हैं। और तो और ईट भट्ठों में भी इन मजदूरों से सरेआम काम लिया जा रहा है। प्रखंड के गैरिया, दुर्गापुर, जंगलाटाल, लखनपुर सहित कई स्थानों पर छोटे छोटे बच्चों से ईट भट्टा में सरेआम काम लिया जा रहा है। अमूमन मजदूरी का दर 250 से 300 रुपया है। वहीं सौ रुपये में आसानी से बाल मजदूर मिल जाते हैं। जानकारी के अनुसार वयस्क मजदूर आठ बजे सुबह से शाम चार बजे तक ही कार्य करते हैं। वहीं बाल मजदूरों से देर शाम तक कार्य लिया जाता है।
-क्या कहते हैं अभिभावक : नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ अभिभावकों ने कहा कि वर्तमान में महंगाई इतनी अधिक हो गई है कि परिवार में एक आदमी की कमाई से गुजारा कर पाना मुश्किल है। जिस कारण बच्चों को कार्य में लगाना पड़ता है। गौरतलब हो कि बाल श्रम को अपराध की श्रेणी में रखा गया है। साथ ही विभाग पर बाल श्रम रोकने का दायित्व है। बावजूद इसके प्रखंड में बाल श्रम रोकने में अधिकारी उदासीन है।