कार्यक्रमों के जरिये बतायी गयी संविधान की महत्ता
कटिहार। संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना की गूंज हर तरफ रही। इसको लेकर विभिन्न विद्यालयों में
कटिहार। संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना की गूंज हर तरफ रही। इसको लेकर विभिन्न विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित था। इसी परिपेक्ष्य में उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहाड़पुर में भी विविध कार्यक्रम आयोजित हुए। कार्यक्रम के दौरान प्रधानाध्यापक वसीम रजा ने छात्र-छात्राओं को बताया कि हमारे देश का संविधान पूरी दुनिया में श्रेष्ठ मानी जाती है। इसमें सभी वगरें की हितों की रक्षा का उचित प्रावधान है। साथ ही सामाजिक समरसता बनाने हेतु हमारे देश का संविधान सर्वोपरि है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की अगुआई में हमारे देश का संविधान बना। संविधान सभा के गठन की माग 1895 में पहली बार बाल गंगाधर तिलक ने किया था एवं भारतीय संविधान सभा की प्रथम बैठक नौ दिसम्बर 1946 को हुआ। इसके अस्थाई अध्यक्ष डा. सचिदानंद सिन्हा एवं स्थायी अध्यक्ष डा0 राजेन्द्र प्रसाद थे। भारतीय संविधान को तैयार करने में दो वर्ष ग्यारह माह 18 दिन का समय लगा था। आगे बताया कि 26 नवम्बर 1949 को पहली बार भारतीय संविधान अंगिकार किया गया एवं 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान पूर्ण रूप से लागू हो गया। प्रधानाध्यापक श्री रजा ने छात्र-छात्राओं को बताया कि हमारा संविधान काफी लचीला है। बच्चों एवं शिक्षकों द्वारा संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के बाद छात्र-छात्राओं के बीच क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसमें संविधान बनने में कितने दिन लगे, संविधान कब अंगिकार किया गया आदि प्रश्न शामिल थे। दूसरी तरफ प्रखंड के उत्कमित मध्य विद्यालय खट्टीटोला, उत्क्रमित मध्य विद्यालय जियामारी सहित कई विद्यालायों में भी संविधान दिवस मनाया गया एवं क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित हुई। मौके पर प्रधानाध्यापक राज कुमार सिंह, वशीम रजा, मो असरफ, प्रीति कुमारी, ब्रजेश कुमार, सतीश चन्द्र ठाकुर, उच्यन्त कुमार, प्रधानाध्यापक चंदेश्वर प्रसाद सिंह, मो अनवर आलम, गिरधर कुमार, गुलाम मुस्तफा, सगुफ्त, शहनाज परवेज, प्रदीप कुमार शर्मा, शिक्षा स्वयं सेवक मो. हसीब, नूर आलम सहित काफी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थी।