स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा, मतदाता मांग रहे हिसाब
कटिहार। आजमनगर प्रखंड में अब भी लोग मौलिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। जिले के सबसे पिछड़े प्रखंडों में श
कटिहार। आजमनगर प्रखंड में अब भी लोग मौलिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। जिले के सबसे पिछड़े प्रखंडों में शुमार आजमनगर में शिक्षा, सड़क, पेयजल, बिजली व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से लोग अब तक वंचित हैं। खासकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्थिति काफी भयावह है। लोगों को अब तक स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर एक अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र तक मयस्सर नहीं। कुछ पंचायत को छोड़ अधिकतर पंचायतों में स्वास्थ्य केंद्र अब तक नदारद है। ऐसे पंचायतों के लाखों लोग भगवान भरोसे जी रहे हैं। जिन पंचायतों में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र हैं, वषरें से उनके ताले भी नहीं खुले हैं। ऐसे में स्वास्थ्य केंद्र भी लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है। आदर्श ग्राम निमौल का स्वास्थ्य केंद्र हो या घोरदह स्थित स्वास्थ्य केंद्र, ऐसे कई स्वास्थ्य केंद्रों पर ना तो कोई डाक्टर प्रतिनियुक्त है और ना ही कोई अन्य सुविधा ही उपलब्ध है। इस कारण ग्रामीण इलाकों में बसने वाले लोग अब भी झोला छाप डॉक्टर के भरोसे जी रहे। प्रत्येक वर्ष इन क्षेत्रों में इलाज के अभाव में काफी संख्या में लोगों की जाने जा रही पर सुधि लेने वाला कोई नहीं है। इससे लोगों में काफी आक्रोश है। आगामी विधान सभा चुनाव में लोग इसको आधार बनाकर वोट करेंगे।
क्या कहते हैं मतदाता
ओमप्रकाश राय, ई. शाह फैसल, प्रमोद कुमार राय, प्रकाश चंद्र राय, मो अयूब, शाह आलम, नारायण प्रसाद दीवाना, संजीव केशरी, सरवर आलम सहित अन्य ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का अकाल क्षेत्र में कई जिंदगियां लील चुका है। ऐसे में नेताओं के वायदों की बरसात से लोग ऊब चुके है। अबकी वोट की चोट से इस अनदेखी का जवाब दिया जायेगा। क्षेत्र में आने वाले प्रत्याशियों से लोग अभी से इसका हिसाब लेना शुरु कर दिया है।