राहुल हत्याकांड: आप का आमरण अनशन शुरु, निकली सत्याग्रह यात्रा
कटिहार। रेलकर्मी राहुल हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सोमवार को मृतक के ओटी पाड़ा स्थित आवा
कटिहार। रेलकर्मी राहुल हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सोमवार को मृतक के ओटी पाड़ा स्थित आवास स्थित सत्याग्रह यात्रा निकाली गयी। पूर्व समाज कल्याण मंत्री एवं आम आदमी पार्टी की नेता परवीन अमानुल्लाह भी इसमें शामिल हुयी। सीबीआई जांच की मांग को लेकर आप के मिथिलांचल प्रभारी विक्टर झा ने शहीद स्मारक के समीप आमरण अनशन शुरू किया। आंदोलन के समर्थन में पूर्व मंत्री भी सांकेतिक अनशन पर बैठी। इसके पूर्व श्रीमति अमानुल्लाह ने मृतक के घर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। पूर्व मंत्री ने कहा कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष होकर जांच नहीं कर रही है। पैरवी और पहुंच के बल पर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों द्वारा जांच में सहयोग नहीं दिए जाने की बात पूरी तरह बकवास है। पुलिस एक बार उनके घर पर पहुंची थी। क्रिया कर्म में व्यस्त रहने की बात कह दूसरे दिन पुलिस को बयान के लिए आने का आग्रह किया गया था। उन्होंने कहा कि घटना को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा। अनशन स्थल पर पहुंचने के पूर्व निकाली गयी पदयात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुयी। अनशन में शामिल होने आए युवा कटिहार के संस्थापक समरेंद्र कुणाल को अनशन पर बैठने से वहां मौजूद लोगों ने रोका। इस मौके पर मृतक के पिता दिलवर राम, बहन निशा, भाई दीपक सहित विक्कू सिंह, संतोष, धीरज सिंह, अखिलेश झा, टुनटुन श्रीवास्तव, अवधेश झा, मुन्ना राय आदि लोग मौजूद थे।
आंदोलन की आड़ में हो रही है राजनीति : कुणाल
कटिहार: राहुल हत्याकांड में आंदोलन की आड़ में आम आदमी पार्टी राजनीति कर रही है। युवा कटिहार के संस्थापक समरेंद्र कुणाल ने कहा कि हत्याकांड के विरोध में हुए आंदोलन का नेतृत्व करने के कारण ही उनपर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी। उन्होंने कहा कि आमरण अनशन पर बैठने की उनकी पूर्व घोषणा थी। लेकिन अनशन स्थल पर पहुंचने के बाद उन्हें रोका गया। कुछ लोगों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार भी किया। श्री कुणाल ने कहा कि इस आंदोलन में विभिन्न संगठनों के लोग भी शामिल हैं। बावजूद इसके किसी खास पार्टी एवं व्यक्ति द्वारा इसका राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की जा रही है। श्री कुणाल ने कहा कि जन अधिकार पार्टी के आशु पांडे को भी अनशन पर बैठने से मना कर दिया गया। श्री कुणाल ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा।