Move to Jagran APP

चक्रवात में उड़े केला किसानों के अरमान

कटिहार। प्राकृतिक आपदाओं से पहले से ही हलकान प्रखंड क्षेत्र के किसानों की आफत कम होने का नाम नहीं ले

By Edited By: Published: Sun, 02 Aug 2015 02:13 AM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2015 02:13 AM (IST)
चक्रवात में उड़े केला किसानों के अरमान

कटिहार। प्राकृतिक आपदाओं से पहले से ही हलकान प्रखंड क्षेत्र के किसानों की आफत कम होने का नाम नहीं ले रहा है। महज एक सप्ताह पूर्व आये चक्रवाती तूफान ने एक बार फिर केला किसानों को कहीं का नहीं छोड़ा है। इस चक्रवाती तूफान ने किसानों के सारे अरमानों को कुचल डाला है। तूफान से फसल को हुए व्यापक नुकसान से व्यग्र किसानों की कोई सुधि लेने वाला भी नहीं है। इससे वे भीषण आर्थिक समस्या में फंस गये हैं। जीविकोपार्जन से लेकर बच्चों के पढ़ाई-लिखाई की चिंता उन्हें परेशान करने लगी है।

loksabha election banner

केला किसान अनिल कुमार मंडल सहित अन्य ने बताया कि क्षेत्र के किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर टीशू प्लांट व रोबिसटरा प्लांट के केला की खेती की गयी थी। जो भीषण आंधी-तूफान की चपेट में आने से किसानों के दर्जनों एकड़ में लगी केले की फसल पूर्णत: बर्बाद हो चुकी है। वे खुद महाजन से मोटी रकम लेकर चार एकड़ में केले की फसल लगाया था। जो तूफान की भेंट चढ़ गया। केले की फसल बर्बाद होने के कारण महाजन के कर्ज लौटाने से लेकर बाल-बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठाना भी मुश्किल होगा। बताया कि इस संबंध में कृषि विभाग के कर्मियों से भी बात की गई पर उनके द्वारा भी कोरे आश्वासन के सिवाए कुछ नहीं मिल पाया है। बावनगंज पंचायत के वार्ड नंबर 13 के केला कृषकों में अनिल कुमार मंडल, शेखर कुमार साह, कैलाश सिंह, विधाकांत मंडल, जयराम यादव, सुशील कुमार महतो, हरेराम यादव सहित क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी सहित जिलाधिकारी को आवेदन सौंप कर इस दिशा में यथोचित पहल का अनुरोध किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.