अतिक्रमण के विरोध में स्टेट हाईवे किया जाम
कटिहार। पोठिया ओपी क्षेत्र भंगहा गांव में सड़क अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे-77 को जाम क
कटिहार। पोठिया ओपी क्षेत्र भंगहा गांव में सड़क अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे-77 को जाम कर दिया। घोंघेली मोड़ समीप वार्ड 14, 15 और 16 के आक्रोशित महिला व पुरुषों ने कुर्सेला-फारबिसगंज स्टेट हाईवे-77 को करीब तीन घटें तक जाम रखा। आक्रोशित लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसकी अगुवाई कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता जोगेश्वर शर्मा कर रहे थे। भंगहा पंचायत के वार्ड संख्या 14, 15 और 16 के राजेश मंडल, कमाल किशोर मंडल, दिनेश मंडल, राजेश पटेल, छोटे लाल मंडल, पार्वती देवी, मीणा देवी, सुलेखा देवी सहित दर्जनों लोगों का कहना था कि घोंघेली पीसी सड़क से लाला मुखिया के घर तक पहले सड़क था। इसको घोंघेली मोड़ से पहले करीब एक चैन सड़क को कुछ लोग वषरें से अतिक्रमण कर बंद कर दिया है। सड़क को अतिक्रमण कर कई लोग घर बना लिया है। इस कारण तीनों वाडरें के लोगों के लिए मुख्य सड़क तक जाने वाला रास्ता पूर्णत: अवरुद्ध हो गया। लोग एक खाली खेत से तत्काल आना-जाना करते हैं। वर्षा के कारण निजी कच्चे रास्ते में पानी रहने के वजह लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना था कि टोला में अवरुद्ध रास्ते के कारण बच्चों के शादी-विवाह में अड़चन आ रही है। इतना ही नहीं किसी के मृत्यु के उपरात दाह संस्कार में भी मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों का कहना था कि मामले में स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक अधिकारी को कई बार आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी गयी, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुआ। मजबूरन उन लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा। स्थानीय मुखिया किरण पटेल का कहना था कि करीब 25-30 वषरें से रास्ता को लेकर फनी गोपाल जागेश्वर और करमचंद मंडल के बीच विवाद चल रहा है। गांव में पंचायत कर रास्ता की समस्या को सुलझाने का प्रयास किया गया लेकिन निदान नहीं हो सका। इधर जाम की सूचना पर पोठिया ओपी अध्यक्ष अशोक कुमार सदलबल जाम स्थल पर पहुंचकर उग्र लोगों को शांत किया। उन्होंने अगले रविवार को गांव में पंचायत कर रास्ता खुलवाने का भरोसा ग्रामीणों को दिया। जाम के दौरान सड़क के दोनों तरफ छोटे-बड़े वाहनों की लम्बी कतार लगी रही। इससे दूर-दराज जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।