अब निर्माण कार्यो पर भी लगा भूकंप के झटके का ब्रेक
नीरज कुमार, कटिहार : पिछले एक सप्ताह से जारी प्रकृति के कहर का असर अब दूसरे अंदाज में भी दिखाई दे रह
नीरज कुमार, कटिहार : पिछले एक सप्ताह से जारी प्रकृति के कहर का असर अब दूसरे अंदाज में भी दिखाई दे रहा है। चार दिनों से लगातार आ रहे भूकंप के झटकों ने लोगों को इतना भयभीत कर दिया है कि अर्धनिर्मित मकानों का काम लोगों ने बीच में ही छोड़ दिया है। पांच दिनों से काम नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य करने वाले मजदूर पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं। वहीं इसका असर निर्माण सामग्री की बिक्री पर भी पड़ा है। खौफ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कई लोगों ने अगले एक माह तक के लिए अपने यहां काम करने वाले मजदूरों को काम करने से मना कर दिया है। वहीं ईट की खरीद के लिए भट्ठा संचालकों को दिए गए एडवांस लौटाने एवं ईट तत्काल नहीं गिराने को भी कह दिया है। जिससे ईट भट्ठे में काम नहीं के बराबर हो पा रहा है। अमूमन एक चिमनी भट्ठे से प्रतिदिन 15 से 20 हजार ईट का उठाव होता है, लेकिन पिछले पांच दिनों में इसमें काफी गिरावट आयी है। यही हाल सीमेंट, छड़, गिट्टी व बालू आदि सामग्रियों की बिक्री पर भी हुआ है। खराब मौसम और प्राकृतिक आपदा का कहर सबसे अधिक गरीब तबके के मजदूरों पर हुआ है। भले ही उनके पक्के मकान क्षतिग्रस्त नहीं हुए हों, लेकिन कुदरत ने उनकी रोजी रोटी पर जरूर चोट किया है। इसका असर केवल भवन निर्माण पर नहीं देखा जा रहा है। खराब मौसम और बारिश की संभावना को देखते हुए सड़क निर्माण का काम भी कई जगहों पर तत्काल रोक दिया गया। कई लोगों ने बताया कि भूकंप के अभी और झटके आने की संभावना को देखते हुए चल रहे निर्माण कार्य को रूकवा दिया है।