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दो दर्जन लोग काठमांडू में फंसे

जासं, कटिहार : शनिवार को आए भूकंप ने नेपाल को पूरी तरह हिला कर रख दिया है। वहीं काठमांडू में डोली धर

By Edited By: Published: Tue, 28 Apr 2015 02:17 AM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2015 02:17 AM (IST)
दो दर्जन लोग काठमांडू में फंसे

जासं, कटिहार : शनिवार को आए भूकंप ने नेपाल को पूरी तरह हिला कर रख दिया है। वहीं काठमांडू में डोली धरती ने कटिहार के भी कई परिवारों की नींद उड़ा दी है। करीब दो दर्जन से अधिक लोगों के नेपाल में फंसे होने के कारण उनके परिजनों की बेचैनी बढ़ गयी है। कटिहार सहित आसपास के इलाकों के कई लोगों का करोबार नेपाल के काठमांडू सहित आसपास के क्षेत्रों में है। तो कइयों की रिश्तेदारी वहां है। नेपाल में व्यवसाय कर रहे यहां के लोगों के अलावा धार्मिक यात्रा एवं अन्य कामों से नेपाल गए करीब दो दर्जन लोग भूकंप के बाद वहां फंस गए हैं। नेपाल में स्थानीय किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। लेकिन नेपाल में फंसे कई लोगों से उनके परिजनों का संपर्क भी नहीं हो रहा है। वहीं कुछ लोगों का संपर्क तीन दिन बाद अपने परिजनों से हुआ है। जिन्होंने राहत शिविर में रहने की बात बताई है। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार नेपाल में तबाही के कारण संचार माध्यम से लेकर यातायात पूरी तरह प्रभावित हो जाने के कारण वहां से निकलना मुश्किल है। नेपाल में फंसे लोगों के परिजनों को अपनों की चिंता सता रही है। लोग परिजनों से मिलने को बेचैन हो रहे हैं।

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किन-किन लोगों के हैं परिजन : नेपाल में आए भूकंप के कारण चेंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष विमल सिंग बेगानी की पत्‍‌नी आभा देवी सहित उनके 15 परिजन राहत शिविर में फंसे हुये है। ये लोग जैन धर्म गुरू का प्रवचन सुनने काठमांडू गए थे। वहीं सर्राफा व्यवसायी प्रदीप चांडक के भाई मनोज चांडक सहित उनके परिवार के चार लोग राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं। श्री चांडक काठमांडू में व्यवसाय करते हैं। वहीं हनुमान जैन सहित उनकी पत्‍‌नी ऊषा जैन भी राहत शिविर में शरण लिए है। श्री जैन सर्राफा व्यवसाय से जुड़े हैं। कालीबाड़ी के रहने वाले रविन्द्र मिश्रा की बहन रीता झा, बहनोई प्रसन्न झा सहित उनके परिवार के सदस्य राहत शिविर में हैं। वहीं बड़ी बाजार के रहने वाले ओमप्रकाश जयजानी के बेटे संजय अग्रवाल उनकी पत्‍‌नी अंजू अग्रवाल सहित परिवार के आठ सदस्य भी नेपाल में फंसे हुए हैं।

कैसी है नेपाल के राहत शिविर की स्थिति : नेपाल में फंसे लोगों के परिजनों से दूरभाष पर हुए संपर्क में उन्होने भूकंप का जो हाल बयां किया वो दिल दहला देने वाला था। जानकारी के अनुसार भूकंप के झटके के कारण नेपाल में हालात बिगड़ गए हैं। कई लोगों ने दो दिनों से भूखे रहने की बात कही है। भूकंप के बाद लोगों राहत शिविर में बने तंबू में रह रहे हैं। यातायात सहित संचार व्यवस्था इस कदर बाधित हो चुकी है कि लोग अपने परिजनों का हालचाल भी नहीं जान पा रहे हैं। वहीं आवागमन भी पूरी तरह बाधित होने के कारण वापस लौटने में भी परेशानी हो रही है।


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