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राजधानी एक्सप्रेस पर गहरा रहा तस्करी का दाग

नीरज कुमार, कटिहार मादक पदार्थो सहित इलेक्ट्रानिक सामानों की तस्करी के लिए अब राजधानी सहित महत्वपू

By Edited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 06:40 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 06:40 PM (IST)
राजधानी एक्सप्रेस पर गहरा रहा तस्करी का दाग

नीरज कुमार, कटिहार

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मादक पदार्थो सहित इलेक्ट्रानिक सामानों की तस्करी के लिए अब राजधानी सहित महत्वपूर्ण ट्रेनों की एसी बोगी का उपयोग तस्कर गिरोह कर रहे हैं। एसी के कोच अटेंडेंट की मिली भगत से मादक पदार्थ आसानी से नार्थ ईस्ट से देश के दूसरे हिस्से में भेजा रहा है। कुछ माह पूर्व नेपाली कोबरा एवं कछुआ की तस्करी की सूचना भी रेल सुरक्षा बल को मिली थी। बताते चलें कि राजधानी सहित पूर्वोत्तर से आने वाली ट्रेनों में गांजा, इलेक्ट्रानिक सामान एवं कछुआ की बड़ी खेप पकड़ी गयी है। रेल पुलिस एवं रेल प्रशासन द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए जाने के बावजूद तस्करी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को राजधानी एक्सप्रेस से गांजा की बरामदगी ने तस्करी के खेल में कोच अटेंडेंट की मिली भगत की पोल खोल दी है। कटिहार रेल मंडल तस्कर गिरोहों के लिए गेट वे साबित हो रहा है। कटिहार होकर गुजरने वाली राजधानी, नॉर्थ ईस्ट, सीमांचल एक्सप्रेस सहित अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों से तस्करी का सामान देश के दूसरे हिस्सों तक पहुंचाया जाता है। अधिकांश मामलों में तस्करी का सामान तो बरामद होता है, लेकिन तस्कर गिरोह के सदस्य पुलिस गिरफ्त में आने से बच जाते हैं। इसके लिए अब ट्रेनों के एसी कोच को जरिया बनाया जा रहा है।

पिछले तीन माह में ही जीआरपी ने महत्वपूर्ण ट्रेनों से करीब डेढ़ क्विंटल गांजा की बरामदगी की है। इसमें अधिकांश सामान एसी कोच से बरामद हुए हैं। जोगबनी, एनजेपी, कूचबिहार, हरिश्चंद्रपुर, गलगलिया एवं ठाकुरगंज तस्करों का मुख्य ट्रांजिट प्वाईट है। कूचबिहार से गांजा एवं अन्य मादक पदार्थ की तस्करी ट्रेनों के द्वारा की जाती है। वहीं मालदा के रास्ते जाली नोटों की खेप वाया कटिहार अन्य राज्यों में पहुंचायी जाती है। चीन निर्मित इलेक्ट्रानिक सामानों की तस्करी जोगबनी के रास्ते की जाती है। वहीं ब्रेक वान में बिना बुक किए नेपाली सुपाड़ी की कई खेप हाल के दिनों में पकड़ी गयी है। गांजा तस्करी राजधानी, नॉर्थ ईस्ट, पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति जैसी महत्वपूर्ण रेलगाड़ियो से होती है। ट्रेनों के एसी कोच तस्करों के लिए महफूज साबित हो रहा है। अमूमन एसी कोच में रेल पुलिस शायद ही कभी सघन तालाशी अभियान चलाती है। इसको देखते हुए रेल पुलिस ने सघन तालाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया है। एसी कोच की जवाबदेही संबंधित कोच अटेंडेंट पर होती है। तस्करी का सामान एसी कोच से बरामद होने पर कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के मामले में कार्रवाई का निर्देश एसआरपी ने दिया है।

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ट्रेनों में मादक पदार्थो सहित अन्य सामानों की तस्करी को लेकर रेल पुलिस ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। एसी कोच में तस्करी का सामान बरामद होने पर संबंधित कोच अटेंडेंट पर भी कार्रवाई करने का निर्देश है। नार्थ ईस्ट एवं जोगबनी से आने वाली ट्रेनों में तलाशी अभियान खास तौर पर चलाने का निर्देश दिया गया है।

जितेंद्र मिश्रा, एसआरपी


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