सदर अस्पताल में फर्श पर कट रही मरीजों की रातें
-- ऑपरेशन के बाद फर्श पर सोते है मरीज -- अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल रही है मरीजों की स्थिति --
-- ऑपरेशन के बाद फर्श पर सोते है मरीज
-- अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल रही है मरीजों की स्थिति
-- बंध्याकरण के मरीजों को नहीं मिल रही उचित सुविधा
संवाद सहयोगी, कटिहार: सदर अस्पताल में जिले भर के मरीज बेहतर इलाज के लिये पहुंचते हैं। अस्पताल प्रबंधन भी लगातार बेहतर स्वास्थ सेवा देने का दावा करती है। लेकिन सोमवार को बंध्याकरण के ऑपरेशन के बाद मरीजों को फर्श पर अपनी रातें काटनी पड़ी। इन मरीजों के लिए समुचित सुविधा का घोर अभाव रहा। कई मरीज सर्दी के मौसम में मरीज महज एक चादर के सहारे ठंड से ठिठुरते नजर आ रहे थे। सरकार एक ओर जहां जनसंख्या नियंत्रण के उद्देश्य से बंध्याकरण का ऑपरेशन करवाने वाली महिला को प्रोत्साहन राशि दे रही है, वहीं सदर अस्पताल में ऐसी मरीजों को सुविधा के लाले पड़े हैं। शल्य चिकित्सा किये जाने के बाद उन्हे यू ही रख दिया जाता है। जिससे मरीज में संक्रमण होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इससे मरीज की जान को भी खतरा हो सकता है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन के साथ साथ चिकित्सकों को भी इन बातों का कोई मलाल नहीं है।
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क्या कहते हैं मरीज: अस्पताल में मौजूद मरीज बठैली निवासी राधा देवी ने कहा की अस्पताल में ऑपरेशन के बाद यू ही एक कमरे में लाकर रख दिया गया। जबकि पांच दिनों से यहां इलाजरत हूं। वही अफसाना खातून ने भी कुछ ऐसा हीं कहा। बंध्याकरण का ऑपरेशन करवायी हफलागंज निवासी चांदनी खातून जमीन पर परी दर्द से कराह रही थी। जिसे परिजनों द्वारा फर्श पर ही रखा गया था। मरीजों की यह स्थिति स्वास्थ विभाग की पोल खोल कर रख दी है।