उपद्रव के पीछे कहीं विद्यालय की अंदरूनी राजनीति तो नहीं !
इनसेट लीड--
--शिक्षिका का स्थानांतरण भी बना विद्यार्थियों का मुद्दा
--रात भर विद्यालय में मचा रहा कोहराम
--चार शिक्षिकाओं के क्वार्टर पर भी किया पथराव
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नीरज कुमार, संवाद सूत्र, कटिहार: सोमवार की रात से मंगलवार की दोपहर तक नवोदय विद्यालय में हुयी घटना अपने पीछे कई सवाल छोड़ रहा है। छोटी सी बात पर छात्रों ने आखिर इतना उग्र रूप क्यों अख्तियार किया। इसके पीछे कहीं विद्यालय के शिक्षकों की अंदरूनी राजनीति तो कारण नहीं था, आखिर देर रात चेहरा ढके छात्रों ने टीचर्स क्वार्टर पर पथराव किस परिस्थिति में किया। यह कुछ ऐसे बिंदु हैं जिस पर विद्यालय समिति ही नहीं जिला प्रशासन को भी विचार करना होगा। विद्यालय की हिंदी विषय के लिए बहाल एक शिक्षिका का तबादला दो दिन पूर्व अररिया कर दिया गया। स्कूल की अन्य समस्याओं के साथ ही छात्रों ने तबादले को रद करने की मांग भी रख दी। अपुष्ट जानकारी के मुताबिक नवोदय विद्यालय के उप प्राचार्य ने उक्त शिक्षिका के तबादले का प्रस्ताव भेजा था। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि तबादले की आड़ में अपने स्वार्थ के लिए छात्रों को भड़काने का काम किया गया। कई शिक्षिकाओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि तबादला संबंधी पत्र आने के बाद से ही माहौल को बिगाड़ने का काम किया गया। सोमवार की रात अचानक छात्रों का हुजूम परिसर में उपद्रव मचाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं आधा दर्जन से अधिक शिक्षकों के आवास पर तोड़ फोड़ की गयी। विद्यालय परिसर में भी जमकर उत्पात मचाया गया। हालत इस कदर बेकाबू थी कि सूचना पाकर पहुंची कोलासी ओपी के पुलिसकर्मियों को भी छात्रों ने खदेड़ दिया। घटना को लेकर जिला एवं पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारी भी हतप्रभ थे। कक्षा छठी से लेकर बारहवीं तक के विद्यार्थी आखिर इस मानसिकता के शिकार कैसे हो गए। कई स्थानीय लोगों ने कहा कि विद्यालय में हाल के दिनों में अनुशासनहीनता छात्रों में आयी है। शिक्षकों की गुटबाजी और अंदरूनी राजनीति के कारण शिक्षा का माहौल खराब हो रहा है। बताते चलें कि पूर्व में भी इस तरह की छिटपुट घटनाएं विद्यालय में हुयी है। लेकिन सोमवार की रात मचे उत्पात ने विद्यालय के अनुशासन एवं शैक्षणिक माहौल की पोल खोल कर रख दी है।