इंट्री माफियाओं की करतूत की खुलेगी गठरी
फोटो = 19 केएटी 30
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खास बातें
== सड़कों पर चल रहे ट्रकों से इंट्री के नाम पर उगाही पर लगेगी रोक
== पैसे मिलने के बाद कथित अधिकारियों को मैसेज के माध्यम से ग्रीन सिग्नल
== नवगछिया से लेकर कटिहार होकर गुजरने वाली सड़क पर इंट्री माफिया सक्रिय
== पूर्व में इंट्री माफिया से परिवहन विभाग के बाबूओं की साठगांठ का हुआ था खुलासा
== कोढ़ा में एसडीपीओ की छापेमारी में धराया था इंट्री माफिया
== थाने में दर्ज हुआ मामला, मोबाइल खंगालने पर खुल सकते हैं राज
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कोढ़ा पकड़े गए इंट्री माफिया के मोबाइल खंगालने सहित पकड़े गए इंट्री माफिया के स्वीकारोक्ति बयान के आधार आगे की कार्रवाई की जाएगी। इंट्री के नाम पर किसी भी खेल पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी। = क्षत्रनील सिंह, एसपी, कटिहार।
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जागरण संवाददाता, कटिहार : सड़कों पर सक्रिय इंट्री माफिया की करतूत की गठरी खुलने वाली है। कोढ़ा थाना क्षेत्र में हुई छापेमारी में पकड़े गए इंट्री माफिया यूपी निवासी अक्षयवट सिंह के मोबाइल में बंद राज पर से पर्दा हटने जा रहा है। एसपी क्षत्रनील सिंह ने कोढ़ा थाना में दर्ज मामले की फाइल तलब की है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। सूत्र बताते हैं कि पकड़े गए इंट्री माफिया के स्वीकारोक्ति बयान में पूरे खेल पर पर्दा हटाया गया था।
इधर, इंट्री माफिया के जाल के सहारे करोड़ों की अवैध कमाई का खेल जोरों पर है। पुलिस-प्रशासन चाहे लाख दावे कर ले लेकिन इंट्री के खेल पर रोक नहीं लग पाई है। पूर्व में गिरफ्तार इंट्री माफिया अक्षयवट सिंह से मिले सुराग सहित अन्य जानकारियों की मानें तो इस पूरे खेल में परिवहन विभाग के अधिकारियों से लेकर धंधे में लिप्त लोगों का हिस्सा फिक्स है। हालांकि गिरफ्तार अक्षयवट सिंह के पास से बरामद तीन मोबाइल सहित अन्य कागजात की सही ढंग से छानबीन हो तो इस काले कारनामे से जुड़े कई राज पर से पर्दा हट सकता है। उधर, सूत्रों की मानें तो इंट्री के नाम होने वाले अवैध वसूली का खेल इन दिनों जोरों पर है। विभागीय अधिकारी कहते हैं कि समय-समय पर ऐसे ट्रकों को पकड़ कर जुर्माना वसूला जाता है।
-- कटिहार की सड़कों पर सक्रिय इंट्री माफिया :
अवैध धंधे में लगे धंधेबाजों का नवगछिया से भाया सरसी होकर सुरक्षित गलियारा बन चुका है। गिरफ्तार यूपी निवासी कथित इंट्री माफिया द्वारा खोले गए राज की मानें तो अधिकांश मुख्य सड़कों पर इंट्री के काले कारोबार से इंट्री माफिया माला-माल हो रहे हैं। लेकिन नवगछिया से कुरसेला भाया सरसी होते हुए अररिया, फारबिसगंज तक कारोबार काफी फलफूल रहा है। गेड़ाबाड़ी, हरदा, पूर्णिया, डगरुआ, दालकोला से लेकर सिलीगुड़ी तक इंट्री का खेल जारी है। सड़कों पर माल दो और पार करो की तर्ज पर यह धंधा जोरों पर है।
== महीने के हिसाब से होती है बुकिंग : इस काले कारोबार में लगे माफिया गिरोह इंट्री के नाम पर मिलने वाली सुविधा की महीने के हिसाब से भी बुकिंग करते हैं। सूत्रों की मानें तो प्रत्येक जिले की सड़कों को पार कराने के एवज में तीन हजार की रकम वसूले जाते हैं। इतना ही नहीं प्रत्येक दिन से अगर बुकिंग करवानी हैं तो प्रत्येक जिले को पार करने के लिए चक्का के हिसाब से प्रति ट्रक नजराना देना होता है।
कोड बताओ और आराम से जाओ : इसी तर्ज पर इंट्री का गोरखधंधा होते हैं। विभिन्न जिलों की सड़कों को पार करने के एवज में परिवहन विभाग के प्रकोप से बचाने के एवज में अवैध रकम देने के बाद एक ट्रक ड्राइवर को कोड वर्ड दिया जाता है। जिसके सहारे परिवहन विभाग की चेकिंग में गाड़ियों के आराम से आर-पार होने दिया जाता है। बीते दिनों गिरफ्तार इंट्री माफिया अक्षयवट सिंह की मानें तो पैसे मिलने के बाद मोबाइल मैसेज के माध्यम से अधिकारियों की इसकी सूचना भेजे जाते हैं। इस पूरे खेल में परिवहन विभाग के अधिकारियों पर अंगुली उठी थी।