सुखाड़ पर 125 करोड़ का मरहम
खास बातें
-जिले की सभी 238 पंचायतों में 50-50 लाख रुपये होंगे खर्च
-संभावित सुखाड़ को ले केंद्र ने मांगा योजनाओं का प्रतिवेदन
-सुखाड़ से निबटने की योजनाओं के चयन का काम शुरू
-फसल बचाने को डीजल अनुदान की राशि का होगा वितरण
विनय कुमार अजय, कटिहार
संभावित सुखाड़ के मद्देनजर सरकार चौकस है। ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर फिलहाल 125 करोड़ रुपये से मरहम लगाने की तैयारी है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रधान सचिव ने संभावित सुखाड़ को लेकर सभी जिलों के डीएम से मनरेगा योजना के तहत इससे निबटने की कार्ययोजना तलब की है। इस पर अमल शुरू होने के आसार हैं।
कृषि कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जुलाई महीने में औसतन 376.2 मिमी बारिश होनी चाहिए लेकिन अब तक मात्र 176.11 फीसद है। जो कुल बारिश का मात्र 57 फीसद ही है। ऐसे में किसानों के घाव पर मरहम लगाने की भी सरकार ने व्यवस्था की है। फिलहाल डीजल अनुदान मद में कुल 4.47 करोड़ के आवंटन के एवज में एक करोड़ 77 लाख की राशि प्राप्त हो चुकी है। इसके वितरण की तैयारी शुरू कर दी गई है। ताकि खेतों में लगी फसल को बचा कर उत्पादन में कमी नहीं होने दी जाए। इसके अलावा सुखाड़ में लगने वाली फसल के उत्पादन की भी योजना है।
इधर जिला प्रशासन ने भी प्रत्येक पंचायत को 50-50 लाख रुपये आवंटित करते हुए लोगों को रोजगार देने की तैयारी शुरू कर दी है। इस मद में कुल 120 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की योजना है। जिससे लोगों को रोजगार देकर जान-माल की क्षति को रोका जा सके। इन पैसों से पोखर की खुदाई, सिचाई के साधन विकसित करने, कैनाल की खुदाई आदि मिट्टी वाले काम किए जाएंगे। ताकि गरीबों के घरों के चूल्हे की आग ठंडी न होने पाए।
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कोट =
संभावित सुखाड़ के मद्देनजर कई स्तर पर उपायों पर एक साथ क्रियान्वयन की योजना है। इसमें प्रत्येक पंचायत में अधिक से अधिक रोजगार देने, सुखाड़ से निबटने के उपायों पर अमल, फसल बचाने के लिए डीजल अनुदान का वितरण आदि पर काम शुरू कर दिया गया है।
-प्रकाश कुमार, डीएम, कटिहार