तालिबानी फरमान बाद पंचों की फूल रही सांसे
संजीव मिश्रा/कदवा (कटिहार), संसू : गोपीनगर में प्यार के बाद निकाह के खिलाफ तालिबानी फरमान जारी करने वाले पंचों को शायद ही यह एहसास रहा होगा कि मामला इतना तूल पकड़ लेगा। किसी तरह चंगुल से छूट कर भागी लड़की की दास्तान पर थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कथित पंचों को अब पुलिस से बचने में सांसे फूल रही है। तीन आरोपियों को दबोचने के बाद मुखिया सहित बाकी के आरोपियों को ढूंढ रही पुलिस ऐसे दरिंदे को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजने के मूड में है। यूं तो समाज को शर्मसार करने वाली इस घटना का दहशत बिटिया की आंखों में साफ नजर आते हैं। लेकिन राहत वाली बात यह है कि इतना कुछ होने के बाद भी सद्दाम उसे पाने के लिए बेकरार है। उधर, प्रखंड की गोपीनगर पंचायत की आशियानी गांव में पंचों द्वारा युगल प्रेमी के साथ की गई बर्बरतापूर्ण वारदात के पुलिस के कड़े रुख से ग्रामीणों व खासकर पंचों में हड़कंप है। पुलिसिया कार्रवाई की जद में आए पंचों द्वारा अब आगे से फूंक-फूंक कर कदम उठाने की कसमें खाई जा रही है।
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== पहले भी हो चुकी है ऐसी वारदात
कटिहार: हरियाणा के खाप पंचायत की तरह कटिहार के इस इलाके में पहले भी तालिबानी फरमान सुनाने की घटना हो चुकी है। ज्ञात हो कि दो वर्ष पूर्व भी प्रखंड के जाजा पंचायत में एक महिला की बाल कटे जाने की घटना हुई थी। जागरण अखबार में प्रमुखता से खबर छपने के बाद एक दर्जन से अधिक लोगों पर थाने में मामला दर्ज किया गया था। वहीं हाल की घटना में पीड़िता द्वारा पुलिस अधीक्षक से गुहार के बाद महिला थाने में दर्ज प्राथमिकी में मुखिया सहित 16 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई ।
== पंच परमेश्वर पर पुलिस का शिकंजा : ग्रामीण इलाकों में आज भी पंचायती व पंचों का बड़े ही अदब की नजरों से देखा जाता है। हाल के दिनों अमानवीय फैसलों से इसकी साख जरुर गिरी है। ग्रामीण इलाकों में गरीब-अशिक्षित लोग किसी भी मामले में पहले पंचों का ही दरवाजा खटखटाते हैं। खासकर प्रेम प्रसंग का अधिकतर मामला पंचायती से होकर ही थाने पहुंचता है। उधर, एसपी दलजीत सिंह ने भी इस अमानवीय हरकत को गंभीरता से लेते हुए हर हाल में आरोपियों को दबोचने सहित पीड़ित परिवारों को पर्याप्त सुरक्षा देने का निर्देश थाना पुलिस को दिया है।
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कोट--
== सैकड़ों लोगों की आंखों के सामने इस तरह की अमानवीय हरकत से पूरा समाज शर्मसार हुआ है। जिसकी भरपाई में शायद सालों लग जाएं। == पीड़ित लड़की
== इस तरह के फरमान जारी करने का हक किसी को नहीं है। ऐसा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। -- दलजीत सिंह, एसपी, कटिहार।
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