बहुचर्चित प्रशांत हत्याकांड के खुलासे को लेकर संशय
कुदरा के बहुचर्चित प्रशांत हत्याकांड के खुलासे को लेकर एक बार फिर असमंजस की स्थिति बनी है।
कैमूर। कुदरा के बहुचर्चित प्रशांत हत्याकांड के खुलासे को लेकर एक बार फिर असमंजस की स्थिति बन गई है। कुदरा के आपराधिक इतिहास के हाल के वर्षो में इस सर्वाधिक चर्चित वारदात के उद्भेदन के करीब पहुंच चुकी स्थानीय पुलिस की जांच टीम का नेतृत्व कुदरा के पूर्व थानाध्यक्ष रविशंकर कर रहे थे। लेकिन अवर निरीक्षक रविशंकर के तबादले से एक बार फिर यह मामला अधर में लटकता दिखाई दे रहा है। उल्लेखनीय है कि कुदरा के ममता प्रि¨टग प्रेस के मालिक नंदू ¨सह के तीस वर्षीय पुत्र प्रशांत ¨सह की आज से करीब दो साल पहले कुदरा रेलवे स्टेशन के सामने उस समय सरे आम हत्या कर दी गई थी जब वे अपने माता-पिता को ट्रेन में बैठाकर घर वापस लौट रहे थे। इस मामले को लेकर काफी आंदोलन हुआ। कई जांच टीमें बनी, कई बार आश्वासन मिले। लेकिन अभी तक इस हाई प्रोफाईल वारदात का खुलासा नहीं हो सका। आश्चर्य लगता है कि अब इस हत्याकांड में शामिल लोग बेनकाब हो जाएंगे। तभी कोई ऐसी परिस्थिति बन जाती है कि जांच की प्रगति बाधित हो जाती है। कुदरा के जिस थानाध्यक्ष अविनाश कुमार के समय थाने से चंद कदमों की दूरी पर यह जघन्य हत्या हुई थी, उन्होंने इसके उद्भेदन को चुनौती के रूप में लिया था। लेकिन अनुसंधान को अंजाम तक पहुंचाने से पहले ही उनका भी तबादला हो गया। उनके बाद के थानाध्यक्ष रवीन्द्र प्रसाद यादव इस मामले के खुलासे में इसे सर्वोच्च प्राथमिकता मान कर जुटे हुए थे। उनके कुछ ठोस नतीजों तक पहुंचने की बात कही जा रही थी। लेकिन उछ्वेदन से पहले उनका भी तबादला हो गया। उनके बाद के थानाध्यक्ष सरोज कुमार के हाथों से होते हुए अगले थानाध्यक्ष रविशंकर को हत्याकांड के अनुसंधान की जिम्मेवारी मिली। भरोसेमंद पुलिस सूत्रों की माने तो बहुत खामोशी के साथ पुलिस इस मामले की जांच में एसपी हरप्रीत कौर के निर्देश पर लगी हुई थी। मोहनियां डीएसपी मनोज राम के मार्ग दर्शन में चल रहे अनुसंधान में थानाध्यक्ष रविशंकर खुलासे के करीब पहुंच चुके थे। शायद यही कारण था कि गत दिनों कुदरा प्रखंड कार्यालय में संपन्न मेगा शिविर में प्रशांत के पिता नंदू ¨सह को घर से बुलवा कर डीएम राजेश्वर प्रसाद ¨सह व एसपी हरप्रीत कौर ने भरोसा दिलाया था कि उनके साथ न्याय जरूर होगा। लेकिन मामले का अनुसंधान कर रहे थानाध्यक्ष के तबादले से परिजनों का विश्वास डगमगाने लगा है। प्रशांत की हत्या से पूरी तरह टूट चुके उनके पिता नंदू ¨सह कहते हैं कि डीएम व एसपी द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद उनके मन में न्याय की उम्मीदों का नव संचार हुआ था। लेकिन अब मन में संदेह होने लगा है कि कहीं उम्मीदों पर पानी न फिर जाए।
कहते हैं एसपी
एसपी हरप्रीत कौर ने कहा कि पूर्व थानाध्यक्ष के स्थान पर आए पुलिस अधिकारी अनुसंधान के कार्य को जारी रखेंगे। थानाध्यक्ष का तबादला आइजी के निर्देश पर हुआ है। लेकिन इसके चलते प्रशांत हत्याकांड के अनुसंधान को बाधित नहीं होने दिया जाएगा।