आठ विमुक्त बाल श्रमिकों को मिलेंगे 25-25 हजार रुपये
जिले में श्रम विभाग द्वारा बाल श्रमिक को विमुक्ती अभियान के तहत चलाए गए अभियान के अंतर्गत ।
कैमूर। जिले में श्रम विभाग द्वारा बाल श्रमिक को विमुक्ती अभियान के तहत चलाए गए अभियान के अंतर्गत कुल आठ बाल श्रमिकों को विभिन्न स्थानों से विमुक्त कराया गया था। नए वित्तीय वर्ष में विमुक्त कराए गए बाल श्रमिकों में से प्रत्येक को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसको ले राज्य सरकार ने जिला को आवंटन प्राप्त करा दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए श्रम अधीक्षक विनय कुमार ने बताया कि श्रम विभाग द्वारा चलाए गए अभियान के तहत जिले के विभिन्न होटलों व अन्य स्थानों से कुल 11 बच्चों को बाल श्रमिक के रूप में विमुक्त कराया गया था। जांच में पाया गया कि तीन बच्चे घर से भाग कर आए थे। जबकि आठ बच्चों को बाल श्रमिक के रूप में काम लिया जा रहा था, जिन्हें चिन्हित किया गया है। मुख्यमंत्री राहत कोष से श्रम संसाधन विभाग ने प्रत्येक बच्चे को आर्थिक सहायता देने के लिए 25-25 हजार रुपये की राशि का आवंटन उपलब्ध करा दिया है। यह राशि बच्चों को बैंक खाता के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि चार बच्चों के बैंक खाते खोलने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। शेष चार के खाते बैंकों में खोले जाने के बाद सभी के खाते में 25-25 हजार रुपये की राशि दे दी जाएगी। कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से मिलने वाली राशि का मुख्य उद्देश्य है कि मुक्त हुए बच्चों में आत्मविश्वास को लौटे व सामान्य बच्चों सा पढ़ाई कर सके। श्रम अधीक्षक ने कहा कि लगातार अभियान चला कर इस बात की पड़ताल की जाएगी कि जिले में कही भी बाल श्रमिकों से कोई काम नहीं कराए। बाल श्रमिकों से काम कराने वाले व्यक्ति संस्थान के विरुद्ध बाल श्रम अधिनियम के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।