जश्न ए आजादी के मौके पर कवि सम्मेलन का आयोजन
कैमूर । जश्न ए आजादी के मौके पर रामगढ़ हाईस्कूल के मैदान मे परिवर्तन चेतना मंच द्वारा आयोजि
कैमूर । जश्न ए आजादी के मौके पर रामगढ़ हाईस्कूल के मैदान मे परिवर्तन चेतना मंच द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन मे यूपी बिहार के कई नामचीन कवि उपस्थित हुए। कार्यक्रम शुरू होने से पहले दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया गया ।हास्य व्यंग्य के काव्य पाठ के दौरान उपस्थित दर्शको ने जमकर कविताओं का लुत्फ उठाया। आरंभ सरस्वती वंदना से हुआ। फिर रंजना ने अपनी कविता प्रस्तूत की। मन के बेचैन पपिहा गाने लगता है , जाने क्यों तन मेरा मन घबराने लगता है ,ऐसे मे व्याकुल धरती की प्यास बुझाने को, कोई बादल रिमझिम जब बरसाने लगता है कविता पर दर्शकों की खूब तालिया बटोरी । डॉक्टर विनोद कुमार मिश्र कैमूरी ने भारत चीन के बीच बढी तानातानी को लेकर चाइनीज समान की खरीदारी न करने को लेकर व्यंग्य किया। बबुआ मत किनी चीन के समान हो बगोदी बेइमान के ना ।।सीमा डटे बेटा भाई, जान दांव पे लगाइ, उ त मदद करे चुपके पाकिस्तान बगोदी बेइमान न । विनय राय बहुरंगी ने आई हो हमरा घर के मलकाई, अइसे बुझालू जैसे सिस्उवा पर के डाइन की कविता से उपस्थित लोगों को झकझोर कर रख दिया । इस दौरान कवि रहमुल्ला, डा धर्म प्रकाश मिश्र, रमलडडू नागेश सांडिलय ने भी अपने कविताओं से लोगों को खूब मनोरंजित किया । अध्यछता सिपाही पांडेय मनमौजी व संचालन मिथिलेश गहमरी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डा विनोद मिश्र कैमूरी ने किया । इस अवसर पर परिवर्तन चेतना मंच के सभी सदस्य मौजूद रहे।