ग्रामीणों ने जीटी रोड को बनाया कूड़ेदान
कैमूर । एनएचआई के पदाधिकारियों की उदासीनता से जीटी रोड भी बदहाल होता जा रहा है। गा
कैमूर । एनएचआई के पदाधिकारियों की उदासीनता से जीटी रोड भी बदहाल होता जा रहा है। गांव के समीप रोड पर ही ग्रामीण कूड़े कचरे का अंबार लगा रहे हैं। मोहनियां थाना क्षेत्र के बरेज गांव में ग्रामीणों ने निर्माणाधीन शिव मंदिर के बगल में जीटी रोड तक कूड़े का ढ़ेर लगा दिया है। जिससे लगता है कि यही गांव का कूड़ादान है। साल में एक बार एनएचआई द्वारा सड़क की सफाई को लेकर जागरूकता दिखाई जाती है। इसी दौरान जीटी रोड की सफाई करा कर पदाधिकारी अपने जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ लेते हैं। जीटी रोड के बगल के ग्रामीणों द्वारा सड़क की सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाना उनके पिछड़ेपन का परिचायक है। जाहिर है गांवों के आगे राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप कूड़े का ढ़ेर लगाना उनके गंदगी पसंद मानसिकता को उजागर करता है।
बरेज गांव जीटी रोड से सटे उत्तर है। यहां के लोग सड़क को ही कूड़ेदान बना दिये हैं। यहां तक की सड़क पर गोईठा भी पाथा जाता है। जिससे दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है। गंदगी के ढ़ेर से निकलने वाली दुर्गध से बगल से गुजरने वाले राहगीरों को परेशानी होती है। वहीं गंदगी में पनपने वाले विषैले मच्छरों से स्वास्थ्य को भी नुकसान होगा। गंदगी से महामारी फैलने की भी आशंका रहती है। बीते साल एनएचआई के पदाधिकारियों द्वारा बरेज गांव में जीटी रोड के बगल में लगाये गये कूड़े के ढ़ेर को हटवाया गया था। तब ग्रामीणों को यह नसीहत दी गई थी कि रोड के बगल में कूड़ा नहीं फेंके। इससे सड़क पर गंदगी फैलती है। ग्रामीणों के लिए भी यह हानिकारक है। निर्माणाधीन शिव मंदिर के समीप गंदगी का ढ़ेर धार्मिक भावना के भी अनुरूप नहीं है।