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ईट भट्ठा मालिक की संदेहास्पद मौत, रेलवे पटरी पर मिला शव

गया- मुगलसराय रेलखंड पर बुधवार की सुबह धनेछा रेलवे स्टेशन के पूरब रोहुआं मौजा में रेल पटरी पर दुर्गावती के ईंट भट्ठा मालिक टीपू कुमार केवट का शव मिला।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jun 2017 03:06 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jun 2017 03:06 AM (IST)
ईट भट्ठा मालिक की संदेहास्पद मौत, रेलवे पटरी पर मिला शव
ईट भट्ठा मालिक की संदेहास्पद मौत, रेलवे पटरी पर मिला शव

कैमूर। गया- मुगलसराय रेलखंड पर बुधवार की सुबह धनेछा रेलवे स्टेशन के पूरब रोहुआं मौजा में रेल पटरी पर दुर्गावती के ईंट भट्ठा मालिक टीपू कुमार केवट का शव मिला। टीपू केवट का सिर शरीर से अलग हो गया था। ग्रामीणों ने सुबह 5.30 बजे जब रेल पटरी पर शव को देखा तो इसकी सूचना पहले स्थानीय दुर्गावती पुलिस को दी और उसके बाद रेलवे को।

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रेल पटरी पर मिले शव को ले मौजूद लोग तरह-तरह की बातें कर रहे थे। किसी के द्वारा कहा गया कि ईंट भट्ठा मालिक टीपू की मौत कर्ज की बोझ और पारिवारिक उलझन की वजह से आत्म हत्या कर हुई है। तो वहीं कुछ लोग दबी जुबान से यह भी कह रहे थे कि टीपू की हत्या की गई और बाद में साक्ष्य छिपाने के लिए हत्यारों ने उसे रेलवे पटरी पर रख दिया, जिससे ट्रेन के पहिए से टीपू का सिर शरीर से अलग हो गया।

इस मामले में मृतक टीपू केवट के भाई अविनाश कुमार ने हत्या का मामला बताया है और इस मामले में कुछ लोगों का नाम प्राथमिकी में दर्ज कराया है। वहीं ईंट भट्ठा के चौकीदार त्रिलोकी केवट ने बताया कि मंगलवार की शाम छह बजे रमाकांत यादव और जय प्रकाश यादव पहुंचे और पैसे की लेन देन के लिए टीपू से उनका विवाद भी हुआ था। यहीं नहीं मंगलवार की सुबह टीपू के घर धरहरा पहुंच मुसाफिर ¨सह यादव ने बुधवार को पैसा लेने के एवज में जमीन लिखने की बात कही और जमीन नहीं लिखने की एवज में बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दिए थे। लेकिन बुधवार की अहले सुबह रेलवे पटरी पर टीपू की लाश मिली। हालांकि टीपू के भाई अविनाश कुमार ने जीआरपी मोहनियां को हत्या का मामला बताया है। बहरहाल सूत्रों की माने तो ईंट भट्ठा मालिक टीपू केवट पर लाखों का कर्ज था। लोग पैसे की तगादा कर रहे थे। टीपू के पास पैसा नहीं था। वहीं लोगों के तगादा की डर से भागे फिर रहा था। कर्ज इतना था कि उसे चुकता कर पाने में भी असमर्थ था। इसके अलावा पारिवारिक उलझन भी थी। एक बात साफ हुआ कि मुसाफिर ¨सह यादव व उनके कुछ लोगों से टीपू केवट ने लाखों रुपये लिया था। इसके एवज में बुधवार की सुबह टीपू को अपनी जमीन बेचनी थी, ताकि कर्ज से निजात मिले। जमीन बेचने की बात जब टीपू अपने घर के लोगों से कहीं तो घर के लोग जमीन बेचने से इंकार कर दिए। यह बात साफ है कि जमीन बेचने के सवाल पर टीपू से तीखी बहस परिवार के लोगों से भी हुई थी। पर बुधवार को टीपू का शव रेलवे पटरी पर मिला ईंट भट्ठा मालिक की मौत पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। वैसे हकीकत का पता जांच के बाद ही चलेगा। घटना की सूचना के पांच-छह घंटे बाद जीआरपी घटना स्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम करने के लिए भभुआ ले गई।


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