भुगतान नहीं होने का पीएनबी ने लगाया नोटिस
सरकार के नोटबंदी का फैसला लिए एक माह हो गया। लेकिन प्रखंड के बैंक अभी कैश लेश की समस्या से ऊबर नहीं पा रहे हैं। यह हाल उस बैंक में ज्यादा है जो जिले में अग्रणी बैंक के रूप में शुमार है।
कैमूर। सरकार के नोटबंदी का फैसला लिए एक माह हो गया। लेकिन प्रखंड के बैंक अभी कैश लेश की समस्या से ऊबर नहीं पा रहे हैं। यह हाल उस बैंक में ज्यादा है जो जिले में अग्रणी बैंक के रूप में शुमार है। पीएनबी गोड़सरा ब्रांच में गुरूवार को ग्राहकों के पहुंचने से पहले ही बैंक द्वारा भुगतान कैश के अभाव में नहीं होने की नोटिस चिपका दिया गया था। फिर काफी संख्या में उपभोक्ता नोटिस पढ़ने के बाद भी बैंक में प्रवेश कर काउंटर पर कर्मियों से भुगतान होने के लिए पूछताछ करते रहे। कई उपभोक्ता देर शाम तक भुगतान नहीं होने की सूचना पर भी बैंक में जमे रहे। कईयों ने शाखा प्रबंधक के कक्ष में जाकर चार हजार की जुगाड़ की गुहार लगाई। लेकिन उन्हें पैसे नहीं होने के चलते पेमेंट से वंचित रहना पड़ा। हालांकि पीएनबी के एटीएम से दो हजार रुपए निकल रहे थे। बैंक के कैश लेश होने पर एटीएम पर लोगों की लंबी लाइन लग गई थी।
इसके पूर्व चार दिनों तक चार हजार रुपए ही भुगतान पीएनबी द्वारा हो रहा था। जबकि बैंक आफ इंडिया शाखा में लगातार तीन दिनों से रिजर्व बैंक के गाइड लाइन के अनुसार 24 हजार रुपए भुगतान कर रहा है। जिसके चलते भीड़ बैंक के बाहर नहीं देखी जा रही है। स्टेट बैंक में भी 24 हजार तथा 26 दिनों से दो, चार हजार भुगतान करने वाला मध्य बिहार ग्रामीण बैंक भी गुरूवार को 24 हजार का भुगतान ग्राहकों को किया गया। इस संबंध में पूछे जाने पर पीएनबी की सीनियर मैनेजर ए के मिश्रा ने बताया कि मेरे ब्रांच का पैसा नहीं मिलने से भुगतान बाधित है, शुक्रवार को पूरा भुगतान होगा।