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छात्रों में बढ़ती हिंसक प्रवृति से अभियुक्त ¨चतित

कैमूर। कुदरा प्रखंड मुख्यालय व आस-पास के क्षेत्रों में मौजूद सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में छात्

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 May 2017 05:02 PM (IST)Updated: Tue, 23 May 2017 06:27 PM (IST)
छात्रों में बढ़ती हिंसक प्रवृति से अभियुक्त ¨चतित
छात्रों में बढ़ती हिंसक प्रवृति से अभियुक्त ¨चतित

कैमूर। कुदरा प्रखंड मुख्यालय व आस-पास के क्षेत्रों में मौजूद सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में छात्रों के बीच बढ़ रही हिंसक प्रवृति से अभिभावकों में ¨चता व्याप्त है। ऐसा क्यों हो रहा है इस पर लोगों की एक राय नहीं है। लेकिन सभी का मानना है कि भविष्य के लिए यह खतरनाक संकेत है। यदि समय रहते इसका समाधान नहीं खोजा गया तो वह दिन दूर नहीं जब स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी।

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उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कुदरा प्रखंड के पुसौली बाजार के समीप स्थित बघेल विद्या मंदिर इंटर स्तरीय विद्यालय घटांव में चाकू के साथ पहुंचे छात्रों ने मारपीट की। निकट अतीत में कुदरा के स्कूलों के हिंसक मारपीट में कई छात्र जान गंवा चुके हैं। पिछले साल मार्च महीने में कुदरा के पाराडाइज स्कूल के छात्र दिव्यांशु की हत्या कर दी गई थी। रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र के रीवां गांव निवासी श्याम लाल राय का पुत्र दिव्यांशु पिछले वर्ष 21 मार्च को अपने गांव से लापता हो गया था। दो दिन बाद 23 मार्च को उसका शव रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में रेलवे लाइन से बरामद हुआ था। यह हत्याकांड विधान सभा में भी गूंजा। पुलिस ने काफी छानबीन की। दिव्यांशु के सहपाठियों से भी पूछताछ हुई। लेकिन मामले का खुलासा नहीं हो सका। इससे कुछ वर्ष पहले कुदरा में निजी विद्यालय के ही एक छात्र की हत्या कर उसके शव को कुदरा हाई स्कूल के मैदान के समीप दफना दिया गया था। स्कूली छात्रों को लेकर बढ़ रही ¨हसा की प्रवृति को आम जन ¨चता का विषय मान रहे हैं। अभिभावक संतोष गुप्ता का कहना है कि इस समस्या के मूल में छात्रों की उदंडता है। विद्यालय प्रबंधन को चाहिए कि वह छात्रों की उदंडता पर परदा न डाल कर उसके खिलाफ समय रहते कार्रवाई करे। जबकि सामाजिक कार्यकर्ता संतोष रावत व ददन ¨सह कहते हैं कि विद्यालयों में स्वस्थ व सुरक्षित शैक्षणिक माहौल बरकरार रखने के लिए जनप्रतिनिधियों को भी ईमानदारी व जिम्मेदारी से अपनी भूमिका निभानी चाहिए।


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