मौसम के मिजाज ने बढ़ायी मरीजों की संख्या
जासं भभुआ (कैमूर): मौसम के बदलते मिजाज ने लोगों की सेहत को नासाज कर दिया है। लोग मौसमी बीमारियों की
जासं भभुआ (कैमूर): मौसम के बदलते मिजाज ने लोगों की सेहत को नासाज कर दिया है। लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। खासकर पेट की बीमारियों की। गैस,दस्त,उल्टी,अपच जैसी बीमारियों ने लोगों को परेशान कर दिया है। जिले के निजी व सरकारी अस्पतालों में सर्दी, खांसी ,बुखार उल्टी व दस्त के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। सदर अस्पताल में सीजनल रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण ओपीडी में तैनात चिकित्सक निर्धारित समय के बाद भी मरीजों की जांच कर दवाएं लिख रहे है। जिला सदर अस्पताल में जिले के विभिन्न क्षेत्रों के ग्रामीण अंचलों से आने वाले मरीजों की संख्या बहुतायत रहती है। अस्पताल सूत्रों की माने तो इन दिनों सदर अस्पताल के ओपीडी में लगभग चार सौ मरीज प्रतिदिन देखे जा रहे हैं। सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि सदर अस्पताल के दवा काउंटर पर निर्धारित दवाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण मरीजों को चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाएं बाहर से खरीदनी पड़ रही है। अस्पताल सूत्र बताते है कि सरकारी अस्पताल में 33 दवाएं काउंटर पर मरीजों को निशुल्क उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है। परन्तु यह व्यवस्था केवल कागजों तक सिमटी रह गई है। जबकि निर्धारित दवाओं में से लगभग 25 दवाएं ही मरीजों को उपलब्ध हो पा रही हैं।
क्या कहते हैं उपाधीक्षक - दवाओं के संबंध में पूछे जाने पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. प्रहलाद सिंह ने बताया कि जो दवाएं उपलब्ध हैं उन्हें हर हाल में मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है । दवाएं कम होने की बात पर उन्होंने कहा कि जो दवाएं कम होती है उन्हें स्टोर से मंगाकर उपलब्ध कराया जाता है।