सब्जी की खेती पर नीलगायों का कहर
जासं भभुआ (कैमूर): गर्मी से जानवर भी व्याकुल होने लगे है। अपनी प्यास बुझाने के लिए जंगली जानवर जंगल
जासं भभुआ (कैमूर): गर्मी से जानवर भी व्याकुल होने लगे है। अपनी प्यास बुझाने के लिए जंगली जानवर जंगलों से किनारा कर मैदानी क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। मैदानी क्षेत्रों में पहुंचने का कहर किसानों को झेलना पड़ रहा है । एक तो प्रकृति से मार से किसान पहले से ही परेशान हैं तो दूसरी ओर अब पानी की तलाश में मैदानी भागों में भटक रहे नीलगायों का कहर सब्जी की फसल पर जारी है। नीलगाय सब्जी को नुकसान पंहुचा रहे हैं। किसान सब्जी की फसल की रखवाली करने के लिए दिन में धूप में बैठकर व रात में रतजगा कर रखवाली करते दिखाई पड़ रहे हैं। भगवानपुर प्रखंड के किसान शंभू सिंह , दिनेश कुमार ने बताया कि पानी की तलाश में जंगली जानवर पहाड़ से उतर मैदानी क्षेत्र में आ रहे है। जबकि अभी तो केवल गर्मी की शुरूआत है। किसानों की माने तो नीलगायों की बढ़ती जनसंख्या के कारण किसानों को भारी क्षति उठानी पड़ती है। वन रेंज पदाधिकारी शशि भूषण प्रसाद ने बताया कि नील गायों के माध्यम से बर्बाद हुई फसल के जांच के लिए अंचलाधिकारी के यहां आवेदन दे। सीओ के माध्यम से दिये आवेदन के तहत फसल की जांच की जायेगी। वन विभाग के पास रिपोर्ट आने के बाद फसल की क्षतिपूर्ति का मुआवजा देने का प्रावधान है।