स्वाद के चक्कर में बिगड़ सकती है सेहत
जासं, भभुआ (कैमूर) : भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी में दिनों में नगर में खुली जगह पर ठेलों में लोग चटपटे समोसा और अन्य चीजों का तो लोग उपयोग कर ही रहे हैं। ऐसे में वे स्वाद के चक्कर में अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। और तो और मिठाई व खान -पान की दुकानों में सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं है। अगर थोड़ी बहुत है भी तो नौकरों को देखकर लोग नाक भौं सिकोड़ने लगते हैं। पर चटपटे स्वाद के चक्कर में उन्हीं ठेलों और होटलों के शरण में जाना पड़ता है।
गौरतलब है कि नगर सहित जिले में होटलों में व ठेलों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थो की जांच नहीं की जाती है। इसकी वजह से फुटपाथ के दुकानदारों की मौज है। स्वास्थ्य विभाग के फूड इंस्पेक्टर कौन है इसकी शिकायत करनी हो तो कैसे करें। अधिकांश को पता नहीं,बस इसी का फायदा उठाकर होटल व्यवसायी भी चांदी काट रहे है।
कैसे परोसी जा रहीं बीमारियां
खुले आसमान के नीचे आंखों के सामने आपकी सेहत से किस तरह खिलवाड़ हो रहा है शायद आपको नहीं पता। मगर जिस कड़ाही में पकौड़ियां ,समोसे तले जाते हैं उसकी कभी भी अच्छे से सफाई नहीं की जाती है। बचे हुए तेल में ही नया तेल डाल कर मीठे जहर से आपकी प्लेट सजा दी जाती है। इसे खाने से कई बीमारियां पनपती हैं।
क्या कहते हैं चिकित्सक
चिकित्सक डा उपेन्द्र कुमार राय कहते हैं कि तेलों में कई बार तले वस्तुओं में ट्रंासफैट की मात्रा बढ़ जाती है। इसकी वजह से सेहत को प्रभावित कर हार्ट अटैक देने वाले कोलेस्ट्रोल की मात्रा शरीर में बढ़ जाती है। इस तरह से बनी चीजों को नहीं खाना चाहिए।
क्या कहते हैं लोग
समाजसेवी व अधिवक्ता प्रेम नाथ जायसवाल ने सिविल सर्जन से मांग की कि खाद्य निरीक्षक से खुले में बिकने वाली चीजों की जांच कराये ।