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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के निधन पर शोक

By Edited By: Published: Wed, 16 Apr 2014 07:14 PM (IST)Updated: Wed, 16 Apr 2014 07:14 PM (IST)
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के निधन पर शोक

जासं भभुआ (कैमूर) : जिले के ग्रीन सिटी भभुआ नगर के वार्ड 22 निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हाजी अब्दुल सत्तार अंसारी के निधन पर विभिन्न मंच व संघ के लोगों ने शोक प्रकट करते हुए उनके प्रति संवेदना प्रकट की। काव्य मंच भभुआ के तत्वावधान में डा. आरपी सिंह के आवास पर आयोजित शोकसभा में मृत आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया और ईश्वर से शोकाकुल परिवार को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की गयी। मंच के अध्यक्ष प्रो. भरत सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में सत्तार साहब की महत्वपूर्ण भूमिका रही। वे प्रखर वक्ता, कवि और इतिहास के अच्छे जानकार होने के साथ-साथ नेक इंसान थे। डा. क्यामुद्दीन आजाद ने कहा कि 'किसको भला है मौत से इनकार चल बसे, अफसोस हाजी सत्तार अंसारी चल बसे'। डा. राजनाथ सिंह ने कहा कि सत्तार अंसारी जीवन भर गरीबों व शोषितों के लड़ाई लड़ते रहे। उन्हें कभी समाज नहीं भूल सकता। शोकसभा में शराफत हुसैन नाज, डा. शिवमूरत, मो. कुतुबुद्दीन अंसारी, तबारक हुसैन, ताज मोहम्मद, मोइनुद्दीन हशरत, अख्तर कैमूरी, मजहर हुसैन आदि शामिल थे। शोकसभा की अध्यक्षता प्रो. भरत सिंह व संचालन क्यामुद्दीन आजाद ने किया। उधर प्रगतिशील लेखक संघ की अध्यक्ष प्रो. कमला सिंह ने भी सत्तार अंसारी के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि समाजसेवी कभी मरते नहीं हैं। उनके विचार सदैव लोगों को उनकी याद दिलाते रहते है। इनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई है।

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