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सुबह हो या शाम, जाम ही जाम

जमुई। सुबह हो या शाम जाम ही जाम। जी हां, ये हाल है गिद्धौर टावर चौक से ठीक सटे मुख्य माग

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Jun 2017 11:27 PM (IST)Updated: Mon, 19 Jun 2017 11:27 PM (IST)
सुबह हो या शाम, जाम ही जाम
सुबह हो या शाम, जाम ही जाम

जमुई। सुबह हो या शाम जाम ही जाम। जी हां, ये हाल है गिद्धौर टावर चौक से ठीक सटे मुख्य मार्ग का। यहां सुबह होते ही ट्रकों की कतार एवं यात्री वाहन के जाम में फंसे रहने के कारण गिद्धौर रेलवे स्टेशन जाने वाले रेल यात्रियों की ट्रेन छूट ही जाती है। साथ ही साथ ग्रामीणों को मुख्य मार्ग छोड़कर अन्य गलियों से गुजर कर हाट बाजार करना पड़ रहा है। स्थानीय पुलिस एवं जिला प्रशासन के कई पदाधिकारी इस मुख्य मार्ग से प्रतिदिन रेंगते हुए गुजरते हैं लेकिन इस भयंकर जाम की समस्या से निजात दिलाने की दिशा में आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। लिहाजा इस इलाके लोग प्रतिदिन इन समस्याओं से जूझने को विवश रहते हैं। बताते चलें कि इस इलाके के अलावा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो के लगभग पचास हजार रेल यात्री प्रतिदिन गिद्धौर रेलवे स्टेशन जाने के लिये इस मुख्य मार्ग से गुजरते हैं लेकिन जाम में फंसकर रह जाने के कारण सैकड़ों रेल यात्रियों की ट्रेन हर रोज छूट जाया करती है। स्थानीय पुलिस प्रशासन गिद्धौर लार्ड ¨मटो टावर मोड़ पे लगे जाम को छुड़ाने व आवागमन को बिना अवरोध के सुचारू रखने में आज तक असफल रही है।

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कहते हैं रेल यात्री

रेल यात्रा करने वाले रेल यात्री दयानन्द रावत, मोहन ¨सह, विनोद यादव, नवल ¨सह चौहान, विनोद राय, बबलू ¨सह चौहान, रामाकांत मिश्र, सुबोध मिश्रा, दयानाथ झा, ¨सकू झा, नटवर ¨सह सहित दर्जनों यात्रियों ने बताया कि मुख्य राजमार्ग पर लार्ड ¨मटों टावर मोड़ पर बेतरतीब तरीके से ऑटो खड़े रहने के कारण प्रतिदिन यहां जाम लगा रहता है। यात्रियों को प्रतिदिन जाम फंसे रहना पड़ता है जिसकी वजह से कई यात्रियों की ट्रेन भी छूट जाया करती है।


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