लाठी से नहीं दबेगी शिक्षकों की आवाज
जमुई। सूबे के चार लाख नियोजित शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन की मांग की पूर्ति को ले
जमुई। सूबे के चार लाख नियोजित शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन की मांग की पूर्ति को लेकर आंदोलन को तेज और उग्र किया जाएगा। सरकार की लाठी, गोली से शिक्षकों की आवाज दबने वाली नहीं है। उक्त बातें बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव सह जिला प्रभारी आनंद कौशल ¨सह ने मंगलवार को कही।
उन्होंने कहा कि सरकार बलपूर्वक मांग को दबाने की कोशिश करेगी तो आंदोलन उतना ही तेज और उग्र होता चला जाएगा। पटना में विधानसभा घेराव के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर निहत्थे शिक्षकों पर की गई बर्बर लाठी चार्ज का आंदोलन के जरिए जबाव दिया जाएगा। 23 मार्च को अनिश्चितकालीन विधानसभा घेराव के छह दिनों बाद भी शिक्षकों से वार्ता नहीं करने से मुख्यमंत्री का तानाशाही चरित्र उजागर हुआ है। प्रदेश सचिव ने कहा कि जब तक मांगों की पूर्ति नहीं होती मूल्यांकन का बहिष्कार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी शिक्षकों को हड़काने की कोशिश करने वाले पदाधिकारी के खिलाफ भी शिक्षक सड़क पर उतरकर कार्यालय में ताला बंद करने का बाध्य हो जाएंगे।