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आस्था का केंद्र बना नेकना बाबा का मंदिर

जमुई। आस्था और विश्वास का केंद्र के रूप में चर्चित सिमुलतला-टेलवा मुख्य मार्ग के मध्य वटवृक्ष के नीचे आसीन नेकना बाबा के मंदिर में श्रद्धालु अपनी मुरादें पूरी होने पर हाजिरी लगाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 06:52 PM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 06:52 PM (IST)
आस्था का केंद्र बना नेकना बाबा का मंदिर
आस्था का केंद्र बना नेकना बाबा का मंदिर

जमुई। आस्था और विश्वास का केंद्र के रूप में चर्चित सिमुलतला-टेलवा मुख्य मार्ग के मध्य वटवृक्ष के नीचे आसीन नेकना बाबा के मंदिर में श्रद्धालु अपनी मुरादें पूरी होने पर हाजिरी लगाते हैं। ऐसी मान्यता है जो भक्त सच्ची श्रद्धा-भक्ति से मन्नत मांगता है उसे बाबा अवश्य पूरा करता है। बाबा के मंदिर में मन्नतें पूरे होने पर श्रद्धालु मुर्गे व बकरे का बलि चढ़ाते हैं। बाबा के मंदिर में प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार और सोमवार को पूजा-अर्चना और बलि चढ़ाया जाता है। मंदिर के पुजारी कारू पुझार और जगन पुझार कहते हैं कि हमारे पूर्वज बाबा के इस मंदिर में पूजा-पाठ करते आ रहे हैं। गांव के शम्भू ¨सह कहते हैं कि वटवृक्ष के नीचे कभी नेकना बाबा का ¨पडा हुआ करता था। एक सैलानी परिवार मन्नतें पूरी होने पर मंदिर का निर्माण कराया एवं प्रत्येक गणतंत्र दिवस पर विशेष पूजा-अर्चना एवं नेकना बाबा को भोग चढ़ाकर नारायण भोज का आयोजन करते हैं। प्रत्येक वर्ष बैशाख में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं बाबा के ¨पड की विशेष पूजा-अर्चना के लिए पहुंचती हैं। श्रद्धालु संजय कुमार, विनोद कुमार, आलोक राज, मोहन राय, सोनू गुप्ता, राजेंद्र यादव, वीरेन्द्र यादव आदि कहते हैं कि नेकना बाबा में बहुत सत्यता है।


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