लिफ्ट एरिगेशन योजना बेकार, किसान हलकान
जमुई। प्रखंड में ¨सचाई संसाधनों की कमी यहां के किसानों के लिए लंबे समय से परेशानी का सबब बना हुआ है।
जमुई। प्रखंड में ¨सचाई संसाधनों की कमी यहां के किसानों के लिए लंबे समय से परेशानी का सबब बना हुआ है। लगभग तीन दशक पूर्व बनाए गए लिफ्ट एरिगेशन योजना वर्षों से खराब है। वर्ष 1980-85 के बीच सुखाड़ से बचाने के उद्देश्य से प्रखंड में डीपीएपी स्कीम शुरू की गई थी। इसके तहत लघु ¨सचाई विभाग द्वारा चकाई प्रखंड में तीस लिफ्ट एरिगेशन योजना का निर्माण कराया गया। पड़रिया, बिराजपुर, नारोडीह, पाटजोरी, छोटपार, दिरंगी, कोकहरा, गादी, जमुनी सहित तीस जगहों पर लिफ्ट एरिगेशन का निर्माण कराया गया था लेकिन, आज ये सभी योजनाएं बेकार बनी हुई है। इनमें दस लिफ्ट एरिगेशन योजना तो ठीक से पूरी भी नहीं हो पाई थी। जो योजना पूर्ण भी हुई तो कोई कुछ वर्ष तो कोई अपने शुरुआती वर्ष में ही बंद हो गए। विद्युत आपूर्ति में बाधा ने इस योजना की हवा निकाल दी। एक दशक तक इस प्रखंड में बिजली नहीं थी। बिजली आई तो इस लंबे अंतराल में यह योजना पूरी तरह बदहाल हो गई। किसान श्यामसुंदर राय, शिवनारायण यादव, पावरीत राय, जर्नादन राय, दिनेश राम, नारायण यादव, मुरारी चौधरी आदि का कहना है कि अगर इन बंद पड़े लिफ्ट एरिगेशन को चालू करवा दिया जाए जाए तो इस पठारी प्रखंड के हजारों एकड़ भूमि को पटवन की सुविधा मिलेगी।
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कोट :
फिलहाल इस योजना को चालू करना मुश्किल कार्य है। यह योजना काफी दिनों से बंद है और कर्मियों की भी कमी है। कर्मियों की उपलब्धता होने पर ही पुराने संसाधनों को ठीक कर इस योजना को चालू कर किसानों को ¨सचाई सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।
जाकिर हुसैन, कार्यपालक अभियंता, लघु ¨सचाई विभाग