सकुशल लौटा अपहृत गौरीशंकर दास
जमुई। पुलिस दबिश के बाद बोड़वा गांव से अपहृत शिक्षक पुत्र गौरी शंकर दास को सकुशल बरामद हो गया।
जमुई। पुलिस दबिश के बाद बोड़वा गांव से अपहृत शिक्षक पुत्र गौरी शंकर दास को सकुशल बरामद हो गया। रविवार की सुबह करीब ग्यारह बजे अपहृत गौरी शंकर दास घायल अवस्था में अपने गावं अमखोरिया (भागलपुर) पहुंचे। घर पहुंचने की जानकारी परिजनों ने थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान को दिया। अपहृत को लाने के लिए पुलिस भागलपुर निकल गई है। वहीं, इस कांड के मुख्य आरोपी को पुलिस गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। धामाना गांव के रहने वाले अपराधी के पास से हथियार भी बरामद हुआ है। वही कई अपराधी भागने में सफल रहा। ऐसे चार अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है। जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस का लगातार दबाव अपराधियों के घर एवं ठिकानों पर पड़ रहा है और उसी का परिणाम रहा कि शिक्षक कौशल किशोर मेहरा उर्फ नरेश दास के पुत्र गौरी शंकर दास अपराधियों के चंगुल से सकुशल रिहा हो गया। बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के धामाना गांव के एक अपराधी अपने बहनोई के साथ मिलकर शिक्षक के पुत्र का अपहरण करने की योजना बनाई थी। कई अपराधियों को भी शामिल किया गया था। रात के बारह बजे शिक्षक के घर पर धाबा बोला। घर के बाहर सोए हुए शिक्षक को उठाते हुए पानी पीने की बात कही। शिक्षक पैर से विकलांग है। उसी का फायदा उठाकर अपराधियों ने उनके 24 वर्षीय पुत्र गौरी शंकर दास को अपहरण कर लिया। शिक्षक विकलांग रहने के कारण नहीं दौड़ पाया और न ही किसी को जानकारी दे पाया। अपहरण के दोपहर अपहत्र्ताओं ने ने कटोरिया थाना क्षेत्र के किसी गांव से शिक्षक के मोबाइल पर 20 लाख की फिरौती की मांग की। पुलिस ने मोबाइल के माध्यम से धामाना गांव के अपराधी दिनेश यादव तक पहुंची और उसको पकड़ने में सफलता भी पाई लेकिन इस बीच मुख्य आरोपी का बहनोई भागने में सफल रहा। शनिवार की रात थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान के नेतृत्व में पुलिस अपहृत को जहां-जहां रखा गया था वहां पर छापेमारी की परंतु शिक्षक पुत्र बरामद नहीं हो पाया था। लगातार अन्य अपराधियों के घर पर पुलिस की दबिश तेज हो गई थी। इसी बीच रविवार की सुबह थानाध्यक्ष को अपहृत सकुशल घर पहुंचने की सूचना मिली। थानाध्यक्ष ने कहा कि सकुशल गौरीशंकर दास के बरामद होने से पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। अपहृत को लाने के लिए थानाध्यक्ष खुद भागलपुर के लिए निकल गए थे।