फिरौती के लिए ममेरे भाई ने किया था अगवा
जमुई। फिरौती के लिए ममेरे भाई ने ही खैरमा गांव से गुड़िया को अगवा किया था।
जमुई। फिरौती के लिए ममेरे भाई ने ही खैरमा गांव से गुड़िया को अगवा किया था। पुलिस ने उसके ही जाल में उसे फांस लिया और अपहर्ता सोनू को गुड़िया समेत धर-दबोचा। इस सफलता में चितरंजन रेल पुलिस की भूमिका अहम रही। फिलहाल गुड़िया चितरंजन जीआरपी के कब्जे में है जहां से लाने जमुई पुलिस रवाना हो गई है।
गौरतलब हो कि जमुई थाना अंतर्गत खैरमा गांव से गुडि़या सोए अवस्था में गायब हुई थी। एसडीपीओ नेसार अहमद शाह ने बताया कि खैरमा गांव से गायब हुई गुडि़या 9 दिन बाद पुलिस ने बरामद कर लिया। गुड़िया की बरामदगी के लिए पांच लाख रुपया अपहरणकर्ता सोनू के द्वारा मांगा जा रहा था। इसी दौरान एसडीपीओ नेसार अहमद शाह ने एक टीम गठित कर अपहरणकर्ता सोनू को गिरफ्तार करने का जाल बिछाया और अंतत: पैसे के लोभ में आकर सोनू पुलिस की जाल में फंस गया। सदर एसडीपीओ ने बताया कि गुडि़या की मां कुछ पैसे लेकर अपहरणकर्ता के बताए स्थान पर पहुंची। उसी क्रम में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि सदर थाना से पुअनि अरविन्द कुमार ¨सह चितरंजन के लिए रवाना हो चुके है। गौरतलब हो कि 13 मई की रात गुडि़या अपने माता-पिता के साथ घर के छत पर सोयी हुई थी। सुबह जब शमसूद अली व उसकी पत्नी की नींद खुली तो गुडि़या को गायब पाया। इसकी जानकारी आवेदन देकर नगर थाना को दी गई। इस अपहरण की घटना में ग्रामीणों द्वारा जमुई-खैरमा मुख्य मार्ग को जाम भी रखा गया। सूचना के उपरांत एसडीपीओ व थानाध्यक्ष ने मामले की तहकीकात की और अपराधियों के पकडऩे की जाल बिछाना शुरू कर दिया अतंत: कामयाबी हासिल हो ही गई।