Move to Jagran APP

खलारी गांव से लापता पांच बच्चों के मामले में प्राथमिकी दर्ज

जमुई। खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत हरणी पंचायत के खलारी गांव से लापता पांच ब'चों के मामले में रविवार को थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 May 2017 07:22 PM (IST)Updated: Sun, 21 May 2017 07:22 PM (IST)
खलारी गांव से लापता पांच बच्चों के मामले में प्राथमिकी दर्ज
खलारी गांव से लापता पांच बच्चों के मामले में प्राथमिकी दर्ज

जमुई। खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत हरणी पंचायत के खलारी गांव से लापता पांच बच्चों के मामले में रविवार को थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। दर्ज प्राथमिकी में खलारी के भरत तुरी ने कहा है कि गांव के ही स्व. फुदो तुरी की पत्नी मेघनी देवी दलित विकास की बैठक में भाग लेने पटना जाती थी। इसी क्रम में उसकी मुलाकात वीणा सिनेमा के समीप एक होटल मालिक से हुई। होटल मालिक ने मेघनी से होटल व घर में काम करने के लिए बच्चे लाने की बात कही। मेघनी ने गांव आकर इस बात की चर्चा की तो गरीबी को देखते हुए बचू तुरी ने 10 साल पहले अपनी लड़की रुदा कुमारी को साथ लेकर मेघनी के साथ पटना जाकर उक्त होटल में रखवा दिया। इसके बाद चार साल पहले मेघनी ने भरत तुरी की लड़की सुरजी कुमारी (10) को अपने साथ लेकर उसी होटल में रखवा दी। इसी तरह करीब तीन साल पूर्व उसने सोनो चरैया के पोखन मांझी के पुत्र छक्कन (10) जो खलारी में अपनी बहन मालती के घर रहता था को उसी होटल में पहुंचा दिया। 2 साल पूर्व ब्रह्मादेव तुरी के साथ उसकी पुत्री ज्योति कुमारी (11) व 15 साल पूर्व महेन्ग्रो के छट्ठू संथाली ने भरत मांझी के पुत्र अनिल तुरी (10) को पटना जाकर होटल में रखवा दिया। प्राथमिकी में भरत ने कहा है कि बच्चों के अभिभावक जब उनसे मिलने पटना जाते थे तो उन्हें बच्चों से नहीं मिलने दिया जाता था। कभी-कभार दो चार हजार रुपये देकर अभिभावकों को वापस भेज दिया जाता था। हाल के कुछ दिनों से जब हमलोग बच्चों से मिलने की जिद करने लगे तो हमलोगों को जान से मारने की धमकी मिलने लगी। हमें शंका है कि बच्चों को बाल मजदूरी व शोषण किए जाने की मंशा से दूसरे राज्य में ले जाकर बेच दिया गया है। इधर पुलिस ने थाना में कांड संख्या 137/17 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.