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जिले भर में नक्सली बंदी का मिला-जुला असर

जमुई। नक्सली मंटू खैरा की मौत के विरोध में नक्सलियों द्वारा आहूत बंद का जमुई जिला मुख्यालय में कोई असर नहीं दिखा लेकिन जिले के अन्य प्रखंडों तथा ग्रामीण इलाकों में जन-जीवन प्रभावित रहा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Mar 2017 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 07 Mar 2017 03:01 AM (IST)
जिले भर में नक्सली बंदी का मिला-जुला असर
जिले भर में नक्सली बंदी का मिला-जुला असर

जमुई। नक्सली मंटू खैरा की मौत के विरोध में नक्सलियों द्वारा आहूत बंद का जमुई जिला मुख्यालय में कोई असर नहीं दिखा लेकिन जिले के अन्य प्रखंडों तथा ग्रामीण इलाकों में जन-जीवन प्रभावित रहा। शहर की दुकानें और सरकारी तथा व्यवसायिक प्रतिष्ठान आम दिनों की तरह खुले रहे। शहर में विभिन्न केन्द्रों पर परीक्षा के कारण भीड़-भाड़ और चहल-पहल बनी रही। वहीं ग्रामीण इलाकों में बैंक तथा लंबी दूरी के वाहन परिचालन पर नक्सली बंदी का असर दिखा। छोटे बाजार की दुकानें बंद रही। नक्सली क्षेत्र में पड़ने वाले 100 किमी रेलवे ट्रैक विशेष सुरक्षा इंतजाम के बीच रेल का परिचालन निर्बाध होता रहा।

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झाझा : माओवादी बंदी का व्यापक असर झाझा बाजार में देखने को मिला। रेल परिचालन सामान्य रही। लंबी दूरी को छोड़ अन्य वाहनों का परिचालन सड़कों पर दिखा। सुबह से ही व्यवसायी अपनी अपनी दुकानें बंद किए हुए थे। प्रखंड के रजला, बोड़वा, करहरा आदि छोटे-छोटे बाजार बंद रहे। इस दौरान आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं सरकारी कार्यालय एवं बैंक आदि खुले थे। प्रखंड मुख्यालय में पदाधिकारियों के नहीं रहने के कारण मुख्यालय में सन्नाटा देखा गया। बंदी को लेकर रेल प्रशासन से लेकर झाझा पुलिस काफी सतर्क दिखी। खास कर रात्रि ट्रेनों पर विशेष नजर था। ट्रेनों के गश्ती के दौरान रेल पुलिस के द्वारा बल की संख्या में वृद्धि की गई थी। साथ ही प्रत्येक ट्रेनों का चे¨कग अभियान भी तेज कर दिया गया था। बंदी को लेकर सीआरपीएफ जवानों द्वारा क्षेत्र में छापेमारी अभियान चलाया गया। बंद के दौरान कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। आरपीएफ इंस्पेक्टर ज्ञानेश झा ने हाई अलर्ट के तहत कार्य करने की बात कही।

सोनो : सोमवार को माओवादियों की घोषित एक दिवसीय बंदी सोनो में बेअसर रही। बंदी को वजह मानते हुए कई सरकारी कर्मचारी व शिक्षक कार्यालय नहीं आए। बैंक, स्कूल व अन्य प्रतिष्ठान खुले रहे। सोनो, बटिया, खपरिया, अगहरा व नक्सल जोन कहे जाने वाले चरकापत्थर में सोमवार को दुकानें खुली रहीं। मैट्रिक परीक्षा जारी रहने के कारण सड़कों पर वाहनों का आवागमन दिखा। हालांकि जमुई से देवघर, गिरीडीह, रांची तक चलने वाली बसें आज नहीं खुली। स्थानीय वाहनों के परिचालन पर कोई असर नहीं दिखा। बैंक, स्कूल व सरकारी दफ्तरों में रोजाना की तरह काम-काज हुए।

सिमुलतला : माओवादियों द्वारा एक दिवसीय बंदी को लेकर सोमवार को थाना क्षेत्र के सभी सरकारी विद्यालय सहित भारतीय स्टेट बैंक की शाखाएं टेलवा बाजार एवं लोहिया चौक स्थित बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की शाखा बंद रहे। वहीं सिमुलतला से चकाई, सुईया, कटोरिया, बांका एवं भगलपुर को जाने वाली बसे नहीं चली। बंदी को लेकर आवागमन अन्य दिनों के आपेक्षाकृत कम देखा गया। सिमुलतला के कनौदी-ढोढरी बाजार पूर्णतया बन्द रहे। बंदी को ले थानाध्यक्ष नवनीश कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल एवं एसएसबी के जवान लगातार गश्ती करते देखे गए।

लक्ष्मीपुर : नक्सली बंदी का प्रखंड में असर नहीं दिखा। इस दौरान सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थाएं खुले थे। सड़कों पर वाहनों का आवागमन रोज की तरह ही देखा गया। हालांकि बंद को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन सजग रही।

चकाई, चंद्रमंडीह,सरौन : पुलिस मुठभेड़ में नक्सली मंटू खैरा की मौत के बाद माओवादियों के बंद के आह्वान का चकाई में मिला-जुला असर देखा गया। प्रखंड, अंचल निबंधन कार्यालय सहित सभी बैंक की शाखाएं बंद रही वहीं बाजार की दुकानें आम दिनों की तरह खुली रही। यात्री एवं मालवाहक वाहन भी सड़कों पर चलते देखे गए। लम्बी दूरी के यात्री वाहन नहीं चले। चकाई-चन्द्रमंडीह पुलिस पर गश्ती करते देखे गए। सीआरपीएफ जवानों ने फ्लैग मार्च किया।

खैरा: नक्सलियों के बंद का प्रखंड में आंशिक असर देखने को मिला। प्रखंड के दक्षिणी इलाकों में वाहनों की आवाजाही हुई। दक्षिणी भाग में गरही, कुरवाटांड़ आदि जगहों पर पूरे दिन दुकानें बंद रही।


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