न्याय की आस लगाए बैठे हैं न्याय देने वाले सरपंच
जमुई। पिछले 14 महीनों से ग्राम कचहरियों की घोर उपेझा किए जाने से आक्रोशित सरपंचों ने अब अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जमुई। पिछले 14 महीनों से ग्राम कचहरियों की घोर उपेझा किए जाने से आक्रोशित सरपंचों ने अब अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को सरपंचों की प्रखंड स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष विश्वविजय ¨सह ने कहा कि ग्राम कचहरी के न्यायाधीश के अधिकारों पर अधिकारी कुंडली मारे बैठे हैं। वह नहीं चाहते कि ग्राम कचहरी सशक्त हो। सस्ता व सुलभ न्याय आम लोगों को तभी मिल पाएगा जब ग्राम कचहरी के पास संसाधन उपलब्ध होगा। प्रत्येक ग्राम कचहरी को नोटिस तामिला के लिए चौकीदार उपलब्ध करने की जिला से आई चिट्ठी अंचल कार्यलय में धूल फांक रही है लेकिन आज तक उस पर अमल नहीं हुआ है। ग्राम कचहरी के उपस्कर खरीद के लिए कई माह पूर्व आवंटन प्राप्त हो चुका है लेकिन अभी तक उपस्कर खरीद के लिये ग्राम कचहरी को राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। ग्राम कचहरी सचिव व न्यायमित्र कभी ग्राम कचहरी आते ही नहीं है। बिना ग्राम कचहरी से अनुपस्थिति विवरणी लिए अधिकारी उनके मानदेय का भुगतान कर रहे हैं। अगर अधिकारियों का यही रवैया रहा तो 28 जून को जिला में आयोजित बैठक में प्रमाण पत्र व न्याय पगड़ी के वापसी का निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक में सरपंच मिठू यादव, बालदेव साह, लालटू ¨सह, चंद्रदेव पासवान, छक्कन मांझी पूर्व सरपंच मकबूल अंसारी, मेहरूना बीबी सहित तमाम सरपंच व उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।