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स्वस्थ जीवन के लिए अनिवार्य शर्त है योग

जमुई। मानव जीवन में स्वास्थ्य की महत्ता उसके अस्तित्व से जुड़ी होती है।

By Edited By: Published: Sat, 27 Aug 2016 07:47 PM (IST)Updated: Sat, 27 Aug 2016 07:47 PM (IST)
स्वस्थ जीवन के लिए अनिवार्य शर्त है योग

जमुई। मानव जीवन में स्वास्थ्य की महत्ता उसके अस्तित्व से जुड़ी होती है। कहा भी जाता है कि आपके पास अपार दौलत है और आप स्वस्थ नहीं हैं तो सब व्यर्थ है। अतएव योग को अपनाएं। यह आपको स्वस्थ रखने की गारंटी देता है। प्लस टू उच्च विद्यालय के मैदान में आयोजित योग एवं स्वस्थ्य मानव जीवन विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए समाजसेवी इंजीनियर आईपी गुप्ता ने कही। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोगी संस्थान विद्या भारती संस्कृति व शिक्षा के सौजन्य से कार्यशाला का आयोजन सरस्वती शिशु शिक्षा मंदिर सोनो द्वारा किया गया। संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सह क्षेत्रीय संयोजक संस्कृति शिक्षा उत्थान समिति बिहार प्रेमनाथ पाडेय ने कहा कि योग हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है। इससे जुड़ा व्यक्ति उच्च विचारों का वाहक होता है। प्रातीय सदस्य रतन घोष ने कहा कि असाध्य रोगों का भी निदान योग से किया जा सकता है। अध्यक्षता करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरुणदेव राय ने कहा कि भौतिकता की अंधी दौड़ में मानव सब कुछ भूल चुका है। दिनचर्या और खान पान का स्तर बदला है नतीजतन स्वस्थ जीवन की उम्मीद धुंधली होती जा रही है। संचालन करते हुए संयोजक रंजीत सिंह ने स्कूली बच्चे को योग के बारे में विस्तार से बताया। इस कार्यशाला में विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष चुनचुन सिंह, प्राचार्य रंजीत मिश्रा के अलावे रामजपो सिंह, मनोज सिंह, अजित सिंह, अतुल सिंह, कामदेव सिंह कामदेव दुवे, सोनी मिश्रा, चन्दना दुवे, रविंद्र पाडेय के अलावे सरस्वती शिशु शिक्षा मंदिर के शिक्षक-शिक्षिका व दर्जनों विद्यालय के छात्र-छात्रा मौजूद थे।


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