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अभ्यर्थी को छोड़ सब कुछ कॉमन है

जमुई। नगर निकाय चुनाव के नामांकन का दौर अंतिम चरण में है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2017 03:01 AM (IST)
अभ्यर्थी को छोड़ सब कुछ कॉमन है
अभ्यर्थी को छोड़ सब कुछ कॉमन है

जमुई। नगर निकाय चुनाव के नामांकन का दौर अंतिम चरण में है। पिछले तीन दिनों से नामांकन की प्रक्रिया ने जोर पकड़ लिया है। हर दिन 40 से 50 अभ्यर्थी निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में नामांकन दाखिल करने आ रहे हैं। सबसे अहम बात है कि नामांकन जुलूस में अभ्यर्थी, प्रस्तावक और कुछ गिने-चुने लोगों की बात छोड़ दी जाए तो वार्ड स्तर पर सब कुछ कॉमन दिखता है। एक-एक वार्ड से आधा दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल किया है। नामांकन जुलूस का हिस्सा वही लोग होते हैं जो उस वार्ड के दूसरे प्रत्याशी के साथ दिखाई देते थे। हद तो तब हो जाती है जब ढोल और नगाड़े वाले एक का नामांकन कराकर दूसरे के जुलूस में शामिल हो जाते हैं। भगवा पगड़ी का रंग भी ऐसा चढ़ा है कि अधिकांश नामांकन जुलूस में भगवा पगड़ी वाले और गमछे वाले ही नजर आते हैं। कभी-कभी तो यह पहचान करना भी मुश्किल हो जाता है कि कौन से प्रत्याशी का नामांकन जुलूस है। यह परेशानी जुलूस का हिस्सा बनने वाले लोगों की होती है। बैंड-बाजा वाले मो. अब्बास बताते हैं कि हमलोग एक दिन में दो से तीन अभ्यर्थियों के नामांकन जुलूस में शामिल होते हैं। शादी-विवाह के लग्न से भी ज्यादा लग्न नगर निकाय चुनाव का हो गया है। वही हाल ढोल वालों का है। दुखन तूरी कहते हैं कि सुबह होते ही अभ्यर्थियों के समर्थक घर पर पहुंचने लगते हैं। हमलोग तीन से चार अभ्यर्थियों के नामांकन जुलूस में शामिल हो रहे हैं, बस समय का फर्क होता है।


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