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प्रधानमंत्री आवास योजना में सहायक वसूल रहे नाजायज रकम

जमुई। प्रधानमंत्री आवास योजना में निर्माण राशि बढ़ी तो सहायकों ने अपनी हिस्सेदारी भी बढ़ा ली।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 May 2017 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 26 May 2017 03:01 AM (IST)
प्रधानमंत्री आवास योजना में सहायक वसूल रहे नाजायज रकम
प्रधानमंत्री आवास योजना में सहायक वसूल रहे नाजायज रकम

जमुई। प्रधानमंत्री आवास योजना में निर्माण राशि बढ़ी तो सहायकों ने अपनी हिस्सेदारी भी बढ़ा ली। इसको लेकर जिले के विभिन्न प्रखंडों से शिकायतें जिला मुख्यालय तक पहुंचने लगी है। हालांकि प्रधानमंत्री आवास सहायक इन आरोपों को सिरे से खारिज कर आरोप को मनगढंत एवं बेबुनियाद बताते हैं लेकिन जिले भर में शिकायतकर्ताओं की लंबी सूची यह बताने के लिए काफी है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में किस कदर लाभुकों को भय दिखाकर ठगने और ऐंठने का काम किया जा रहा है। हर दिन किसी न किसी प्रखंड क्षेत्र में इंदिरा आवास सहायक द्वारा लाभार्थी से रुपये मांगने की शिकायत अखबार की सुर्खियां बनती है। बीते एक सप्ताह के घटनाक्रम पर नजर दौड़ाएं तो बुधवार को झाझा प्रखंड के चांय पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी सूची में गड़बड़ी किए जाने और सहायक द्वारा योजना का लाभ देने के एवज में पैसे की मांग किए जाने की शिकायत दर्जन भर से ज्यादा ग्रामीणों ने झाझा बीडीओ से की। ऐसा ही मामला मंगलवार को सिकन्दरा प्रखंड के मंजोष पंचायत में सामने आया। जहां कोनन गांव के चानीराम, दुखन मांझी की पत्नी ¨पकी देवी, रामबालक मंडल, महेन्द्र साव, भंडारी निवासी ईश्वर मंडल समेत अन्य ने बीडीओ को शिकायत पत्र देकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बैंक से दी गई रकम जबरन ले लिए जाने का आरोप आवास सहायक पर लगाया है। जिला मुख्यालय पहुंचकर डीडीसी से सोनो प्रखंड के केंदुआलेवार निवासी राजेन्द्र रावत ने शिकायत की। शिकायत पत्र में उन्होंने आवास सहायक द्वारा पांच हजार रुपये लिए जाने तथा पांच हजार और मांगने की बात कही है।

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डीडीसी सतीश कुमार शर्मा ने कहा कि मामले की जांच कर संबंधित आवास सहायक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि आवास सहायक या फिर मुखिया न आपको आवास योजना का लाभ दिला सकते हैं और न ही आवास योजना के लाभार्थियों की सूची से नाम हटा सकते हैं। ऐसे में सिर्फ लाभार्थियों की सूची की जानकारी होने का कुछ सहायकों द्वारा नाजायज फायदा उठाने की कोशिश की जाती है। इससे लाभार्थियों को सावधान रहने की जरूरत है।


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