अपराध नियंत्रण में कोताही पर तुरंत कार्रवाई, मूर्ति चोरी की CBI जांच : नीतीश कुमार
26 सौ साल पुरानी भगवान महावीर की चोरी गई मूर्ति की सीबीआइ जांच होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों की मांग पर घटना की सीबीआइ जांच की संस्तुति कर दी। हथियारबंद तस्करों ने सिकंदरा थानाक्षेत्र में जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की बहुमूल्य मूर्ति उठा ले गए थे।
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि अपराध नियंत्रण में कोताही बरतने वाले पुलिस कर्मियों व अफसरों पर तुरंत कार्रवाई होगी। इस बाबत कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
वहीं जमुई के खैरा से चोरी हुई भगवान महावीर की 2600 साल प्राचीन प्रतिमा कांड की जांच सीबीआइ से कराने की अनुशंसा उन्होंने तीन दिन पूर्व ही कर दी है। इस बारे में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी उनकी बात हुई है। विधानसभा से लौटने के क्रम में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध की घटनाओं पर नियंत्रण का आदेश उन्होंने पहले से दे रखा है। पुलिस काम भी कर रही है पर अगर किसी पुलिसकर्मी के अपराध नियंत्रण में कोताही की बात सामने आती है तो संबंधित पुलिसकर्मी पर तत्काल कार्रवाई होगी।
वहीं जमुई से चोरी गयी भगवान महावीर की प्राचीन प्रतिमा मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कांड के अनुसंधान सीबीआइ को सौंपने की अनुशंसा उन्होंने 29 नवंबर को ही कर दी है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस प्रकरण में बात की है। डीजीपी लगातार इस कांड की मानीटरिंग कर रहे हैं। यह भी तय है कि जो इस मूर्ति के महत्व को जानेगा वही गिरोह इस कांड में संलिप्त है। अंतरराष्ट्रीय गिरोह भी इस तरह के कांड में शामिल रहा है।
बिहार की पुलिस ने इसे चुनौती के रूप में लिया। जो मूर्ति चोरी गयी है उसके बारे में कहा जा रहा है कि वह विशिष्ट मूर्ति है। भगवान महावीर के जीवन काल में उनके भाई द्वारा ही इसे स्थापित किए जाने की बात कही जा रही है। पुलिस टीम बनाकर इस मामले में काम हो रहा है। वह निरंतर इसकी जानकारी ले रहे हैं। पुलिस वाले आशान्वित हैं कि मूर्ति मिल जाएगी। सीबीआइ को इसकी जांच सौंपने के पीछे यह बात है कि सीबीआइ को इस तरह के मामले में विशेषज्ञता है।
वहीं फ्रांस में चल रहे सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुलाकात से संबंधित पूछे गए एक प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के सम्मेलन में यह मुलाकात स्वाभाविक है। कोई नयी बात नहीं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने भी चोरी गई इस पुरातात्विक महत्व की प्रतिमा की तलाश सीबीआइ से कराने की अनुशंसा कर सीबीआइ को पत्र भेज दिया है।
राज्य पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार डीजीपी पीके ठाकुर इस मामले में सीबीआइ के निदेशक अनिल सिन्हा के संपर्क में हैं। बिहार पुलिस ने भी चोरी की इस घटना को एक चुनौती के रूप में लिया है।