अपहरण में शामिल गिरोह का सरगना नेपाली या नरेश
जमुई। मुंशी उमा ¨सह अपहरण कांड की गुत्थी घटना के 60 घंटे बाद भी नहीं सुलझ पाई है। पूछताछ के लिए पुलि
जमुई। मुंशी उमा ¨सह अपहरण कांड की गुत्थी घटना के 60 घंटे बाद भी नहीं सुलझ पाई है। पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों पर नजर डालें तो कुछ ऐसा ही दिख रहा है। अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के नेपाली यादव और नरेश यादव गिरोह के सदस्यों को चिन्हित कर पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अपराध जगत से जुड़े लोगों की मानें तो नेपाली यादव और नरेश यादव के बीच 36 का आंकड़ा है। फिलहाल नेपाली यादव अलीगंज के मानचित्र से कोसों दूर है। नरेश यादव के बारे में बताया जाता है कि इन दिनों उसका ठिकाना कोलकाता की गलियों में है। नेपाली यादव गिरोह के कुछ सदस्यों की सक्रियता क्षेत्र में रंगदारी वसूलने को लेकर रही है। रंगदारी वसूली में सक्रिय ऋषिडीह के विपिन यादव, सपन यादव, गोखुला का अजय यादव उर्फ गिदड़ा ईंटाबांध के गोरेलाल यादव का जुड़ाव नेपाली गिरोह से रहा है। अब तक पुलिस का दावा था कि मुंशी अपहरण कांड में शामिल गिरोह को चिन्हित कर लिया गया है और नरेश यादव गिरोह की संलिप्तता बताई जा रही थी। मंगलवार को एसडीपीओ नेशार अहमद शाह ने जो जानकारी दी उस हिसाब से कहा जाए कि अपहरण की गुत्थी 60 घंटे बाद भी नहीं सुलझ पाई है तो ताज्जुब नहीं होगा। एसडीपीओ के मुताबिक अपहरण में अजय यादव उर्फ गिदड़ा की संलिप्तता है। गिदड़ा नेपाली यादव का रिश्तेदार तथा उसके पुत्र का अनन्य सहयोगी रहा है। मंगलवार को पुलिस द्वारा गिनाए जा रहे अन्य नामों में भी अधिकांश नेपाली गिरोह के ही हैं। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि अपहरण में शामिल गिरोह का सरगना नेपाली या नरेश। फिलहाल पुलिस द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। सोमवार की पूरी रात और मंगलवार सारा दिन पुलिस गांव की गलियों से लेकर जंगल की घाटियों में अपहृत की बरामदगी और अपहर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए खाक छानती रही। सफलता की आस में पुलिस के साथ सीआरपीएफ, एसएसबी और एसटीएफ के जवान भी जुटे हैं। गौरतलब हो कि रविवार की सुबह ऋषिडीह घाट के समीप मेन केनाल में काम करवा रहे मुंशी उमा ¨सह को अपहर्ताओं ने अगवा कर लिया था।