जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों में जिला प्रशासन के प्रति नाराजगी
जमुई। प्रखंड के छापा पंचायत के पूर्व मुखिया एवं पूर्व पंचायत सेवक द्वारा योजना के नाम पर किए गए लूट-
जमुई। प्रखंड के छापा पंचायत के पूर्व मुखिया एवं पूर्व पंचायत सेवक द्वारा योजना के नाम पर किए गए लूट-खसोट के मामले की जांच नहीं होने पर पंचायत के जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों में जिला प्रशासन के प्रति नाराजगी है। पंचायत का विकास कार्य भी अवरुद्ध पड़ा हुआ है।
इस मामले में मुखिया चन्द्रदेव यादव एवं पंचायत सेवक विजय झा ने एक बार फिर जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की है। मुखिया चन्द्रदेव यादव ने कहा कि जिला प्रशासन को बार-बार जानकारी देने के बावजूद पंचायत के नौ योजनाओं की जांच नहीं कराई जा रही है। 40 लाख से अधिक की अवैध निकासी विभिन्न योजनाओं में पूर्व मुखिया एवं पूर्व पंचायत सेवक द्वारा कर ली गई है। ज्ञात हो कि पूर्व मुखिया एवं पूर्व पंचायत सेवक झकसू मांझी पर पंचायत के 14वां वित्त आयोग के योजना एवं वर्ष 17/15-16 के तहत गौरादांगी से बबुआ सोरेन घर से मुन्ना सोरेन के घर तक पीसीसी सड़क निर्माण के लिए 4,96,500 रुपये की निकासी कर ली गई लेकिन सड़क बना ही नहीं और न ही मापी की गई। उसी प्रकार इसी योजना में 1/15-16 से 19/15-16 तक 18 चापाकल की राशि निकाली गई। वह भी कहीं नहीं है। 13वां वित्त आयोग के तहत योजना संख्या एवं वर्ष 1/10-11, 1/13-14 एवं 1/15-16 के तहत 14 लाख से अधिक की निकासी कर आंगनबाड़ी केन्द्र बनाया जाना था जिसमें तीनों केन्द्र का भवन अधूरा पड़ा हुआ है। इसी योजना के योजना संख्या 2/15-16 में गोपालपुर-कलयुगहा में पक्की सड़क से सेराज मियां घर तक पीसीसी सड़क निर्माण के 2,32,200 रुपये, योजना संख्या 1/15-16 में ताराकुरा-वारह¨सहा मुस्लिम टोला में नौशाद के घर से उमवि. ताराकुरा तक पीसीसी सड़क के लिए 9,95,800 रुपये की निकासी की गई।