साहेब, अब तो बेहोश हो रही हैं महिलाएं
जमुई। इसे राशन कार्ड के लिए भीड़ कहें या हक पाने की मारामारी। मासूम बच्चों के साथ महिलाएं अपनी ¨जदगी
जमुई। इसे राशन कार्ड के लिए भीड़ कहें या हक पाने की मारामारी। मासूम बच्चों के साथ महिलाएं अपनी ¨जदगी तक दांव पर लगाने पर आमदा दिख रही हैं। जाड़े के मौसम में ठंड से निपटने के लिए कंबल और आग के सहारे कतारबद्ध महिलाओं ने आवेदन तो जमा कर दिया लेकिन थोड़ी सी गर्मी का एहसास होते ही हालात बदलने लगा। पिछले दो दिनों में चार महिलाएं बेहोश हो गई। जिन्हें सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया। शनिवार को भी लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत मगही की रेखा देवी के अलावा सुनीता देवी नामक दो महिलाएं बेहोश हो गई। कतारबद्ध महिलाएं यह समझ रही थी कि रात से जगी उक्त दोनों महिलाएं सो रही हैं। यह तो गनीमत था कि किसी ने उसे उठाने की कोशिश की तब पता चला कि दोनों महिलाएं बेहोश हो गई हैं। बाद में अनुमंडलाधिकारी सुरेश प्रसाद ने आकर जायजा लिया। दरअसल आरटीपीएस काउंटर के आसपास पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है। घंटों लगातार धूप में खड़ी महिलाओं का इसलिए हाल बेहाल है। अब तक आवेदन जमा करने को लेकर मारामारी की स्थिति थी अब मरने की स्थिति बनती जा रही है।