शराबबंदी के बाद जमुई में लगातार होती रही शराब की बरामदगी
जमुई। सूबे में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद जिले में लगातार शराब की बरामदगी होती रही। शराबबंदी को
जमुई। सूबे में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद जिले में लगातार शराब की बरामदगी होती रही। शराबबंदी को लागू हुए एक वर्ष बीतने को हैं। आठ हजार लीटर विदेशी और 15 हजार लीटर देसी शराब की बरामदगी हो चुकी है। शराब पीने, बेचने और तस्करी के आरोप में 315 लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी है। शराब बरामदगी के मामले में सोनो पुलिस अव्वल रही जबकि गिरफ्तारी के मामले में सिकन्दरा पुलिस ने 41 लोगों को गिरफ्तार कर रिकार्ड बनाया है। शराब की सबसे बड़ी खेप सोनो में 17 अक्टूबर 2016 को पकड़ी गई थी। एक ट्रक से 180 कार्टून विदेशी शराब बरामद की गई थी जिसमें 2160 बोतल विदेशी शराब पाया गया। सात जनवरी 2017 को शहर से सटे पुरानी बाजार उच्च विद्यालय के एक कमरे से जमुई पुलिस ने 20 कार्टून विदेशी और 40 बोररी देसी शराब बरामद किया था। चकाई के चिरेन पुल के समीप पर 26 सितम्बर को दो लक्जरी वाहन से 500 बोतल विदेशी शराब बरामद किया गया था। शराब बरामदगी के मामले में उत्पाद अधिनियम के तहत पुलिस ने 572 लोगों के विरुद्ध 107 की कार्रवाई की। 65 मामलों का स्पीडी ट्रायल चल रहा है। पुलिस आंकड़ों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की भटठी बनाकर शराब बनाने वालों के विरुद्ध की गई कार्रवाई में 4914 लीटर अवैध चुलाई शराब बरामद हुई। 20 भट्ठियों को ध्वस्त किया गया। 10531 लीटर अवैध देसी शराब बरामद हुआ जबकि 200 ¨क्वटल महुआ भी बरामद हुआ। गिद्धौर पुलिस ने 375 लीटर विदेशी, 8 लीटर महुआ और 120 लीटर देसी शराब पाउच बरामद किया। दस लोगों की गिरफ्तारी हुई। तीन वाहनों को जब्त किया गया। सिकन्दरा पुलिस ने सर्वाधिक 41 लोगों को शराब के मामले में गिरफ्तार किया। 76 लीटर देसी, 123 लीटर देसी पाउच शराब और 258 लीटर विदेशी शराब बरामद किया गया। झारखंड से सटे होने के कारण जमुई से होकर शराब तस्कर उत्तर बिहार तक शराब की खेप पहुंचाते हैं। कई बार शराब की बरामदगी में यह बात सामने आ चुकी है।
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कोट-
शराबबंदी कानून को कड़ाई से लागू करने के लिए सभी पुलिस अधिकारी को निर्देश दिया गया है। इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जयंतकांत, एसपी, जमुई।