16 माह का पेंशन किसने किया गायब
जमुई। महज 400 की छोटी सी रकम और ठंड के चादर से लेकर पर्व की मिठाईयों के हिसाब लगाते वृद्धों का 16 मा
जमुई। महज 400 की छोटी सी रकम और ठंड के चादर से लेकर पर्व की मिठाईयों के हिसाब लगाते वृद्धों का 16 माह का इतंजार सहज अंदाजा लगाया जा सकता है तकलीफ का। ये राशि तो दूरदराज के प्रखंड से समाज कल्याण के प्रखंड और जिले के आफिस के चक्कर लगाने में ही खर्च हो जाते हैं। उक्त बातें 9-10 डिग्री की हाड़ कंपाने वाली ठंड में जमुई के जिलाधिकारी से अपनी समस्या सुनाने पहुंचे मुख्यालय के 80 किमी दूरी के पिछड़े चकाई प्रखंड के 6 पंचायत के सैकड़ों वृद्धों ने कही । जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। चकाई के कियाजोरी, पेटरपहाड़ी, फरियत्ताडीह समेत 6 पंचायतों के सैकड़ों हस्ताक्षर वाले इस आवेदन में कहा गया है कि यहां के वृद्ध, विधवा एवं विकलांग पेंशनधारियों को माह जुलाई 2015 से वर्ष 2016 के नवंबर तक कोई पेंशन नहीं प्राप्त हुआ है। उन्होंन कहा कि पंचायत को पैसा दो बार प्राप्त हुआ परन्तु यह राशि उन्हें नहीं दी गई। वे जब प्रखंड कार्यालय जाते हैं तो उन्हें कम पैसे आवंटन होने के साथ पैसे की कमी की बात कही जाती है। इस बाबत जानकारी लेने पर निदेशक सामाजिक सुरक्षा प्यारे मांझी बतातें हैं कि मार्च 2016 से सितम्बर 2016 तक कुल लगभग 90 हजार पेंशनधारियों में से 46 हजार के खातें में पेंशन की राशि आनलाइन भेज दी गई है। 90 हजार खातें में से 62 हजार खातों की जांच कर ली गई। कुछ मामूली त्रुटि को दूर किया जा रहा है। जबकि अन्य खातों की कमियों को दूर करने का काम चल रहा है खाता की तकनीकी गड़बड़ी दूर होने के साथ ही पैसे का भुगतान कर दिया जाएगा। जहां तक पुराने बकाए के भुगतान की बात है तो सरकार ने उसे भी जल्द ही अलग से आनलाइन खाते में ही देने को निर्णय लिया है। इसके लिए भी प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही बकाया पेंशन भी अलग से खाता में ही भेज जाएगा।