कांम्बिंग आपरेशन के दौरान ग्रामीणों के साथ मारपीट का आरोप
जमुई। कांम्बिंग ऑपरेशन के दौरान पुलिस एवं सीआपीएफ के जवानों द्वारा चकाई प्रखंड के तेलंगा गांव के ग्र
जमुई। कांम्बिंग ऑपरेशन के दौरान पुलिस एवं सीआपीएफ के जवानों द्वारा चकाई प्रखंड के तेलंगा गांव के ग्रामीणों ने निर्दोष लोगों की पिटाई एवं प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही खोजी कुत्ते से भी कटवाने का इल्जाम लगाया है। इस बाबत पीड़ित ग्रामीणों ने चकाई थाना में घटना की लिखित सूचना दी है। आदिवासी युवक सह टोला सेवक मानवेल मुर्मू ने बताया कि गुरूवार सुबह साढ़े सात बजे के करीब वह अपने साथी दिलीप सोरेन, सहदेव सोरेन एवं जुग्गू सोरेन के साथ गाव से सटे जंगल में बैठकर लकड़ी काटने वालों को लकड़ी काटने से मना कर रहा था। इसी बीच लगभग 60 से अधिक की संख्या में वर्दीधारी पुलिस जवान चारों को पकड़कर पूछताछ की। उसके बाद पुलिस द्वारा नक्सली कमाडर सिद्धू कोड़ा एवं सुरंग यादव की गतिविधि के बारे में पूछा गया। जब युवकों ने इस बारे में जानकारी होने से इंकार किया तो पुलिस द्वारा उन सबकी बेरहमी से मारपीट की गई। साथ में चल रहे खोजी कुत्ते को दिलीप सोरेन पर छोड़ दिया गया। कुत्ते ने दिलीप को पीठ, बाह तथा शरीर के अन्य हिस्सों में काट लिया। इस बीच मौके देखकर जुग्गू सोरेन नामक युवक पुलिस की पकड़ से भाग निकला और गाव पहुंचकर इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर पुलिस ने युवकों को छोड़ दिया। पीड़ित युवकों द्वारा तेलंगा गांव के दर्जनों ग्रामीणों के साथ चकाई आकर घटना की लिखित जानकारी चकाई थाने को दी गई है। इधर पूछे जाने पर झाझा एसडीपीओ विनोद कुमार ने बताया कि यह काम्बिंग ऑपरेशन झारखंड पुलिस द्वारा बिहार-झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में चलाया जा रहा है। इस घटना में हमारे यहां की पुलिस शामिल नहीं है। वैसे इसके बारे में जांच कर पता लगाने की कोशिश की जा रही है।