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'डंप' के सहारे मूर्ति तस्कर तक पहुंचेगी पुलिस

जमुई। भगवान महावीर की मूर्ति उठा ले जाने वाले तस्कर गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस दिन-रात एक कर दिया

By Edited By: Published: Sun, 29 Nov 2015 07:18 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2015 07:18 PM (IST)
'डंप' के सहारे मूर्ति तस्कर तक पहुंचेगी पुलिस

जमुई। भगवान महावीर की मूर्ति उठा ले जाने वाले तस्कर गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस दिन-रात एक कर दिया है। अब 'डंप' के आधार पर तस्करों तक पहुंचने की कार्रवाई शुरू हो गई है। रविवार को जोनल आईजी बच्चू सिंह मीना जन्म स्थान पहुंचकर सभी बिंदुओं की जांच की। उन्होंने मंदिर में रहने वाले गार्ड से भी बातचीत की। दूसरी ओर पटना से एफएसएल की टीम एवं डॉग स्क्वार्ड भी जन्म स्थान पहुंचकर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। उम्मीद है कि 24 घंटे के अंदर मामले से पर्दा हटेगा जिसमें मोबाइल की भूमिका होगी। संभावना है कि पुलिस डंप के माध्यम से यह जानने का प्रयास करेगी कि शुक्रवार की रात जन्म स्थान के इलाके में कौन-कौन सा मोबाइल एक्टीवेट था। उस नंबर की जानकारी मिलते ही पुलिस उसके टावर लोकेशन के आधार पर तस्करों तक पहुंचने का प्रयास करेगी। अगर सब कुछ सही मिला तो जल्द ही मूर्ति तस्कर पुलिस की सलाखों में होंगे। मामले की गंभीरता इसी बात से झलक रही है कि पुलिस महानिदेशक खुद इस मामले की मानिटरिंग कर रहे हैं। जिला पुलिस के आलाधिकारी दिन-रात मामले के उद्भेदन में लगे हैं। पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने कहा कि मामले के उद्भेदन के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी की टीम अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही है। इकोनोमिक ओफेंस यूनिट जन्मस्थान में कैम्प कर रही है। इसके अलावे एसएसबी और सीआरपीएफ के जवान आसपास के इलाके में सर्च अभियान चला रहे हैं। दूसरी ओर यह भी संभावना जताई जा रही है कि मूर्ति तस्कर भगवान महावीर की मूर्ति को लेकर दूर निकल गए होंगे क्योंकि इस कार्य में गाड़ी का उपयोग किया गया है। जन्म स्थान से कौआकोल होते ही नवादा पहुंचने में एक घंटे का वक्त लगेगा और फिर वहां से पांच घंटे तक गाड़ी चलने के बाद ढाई सौ किमी दूर पहुंच गए होंगे तब जाकर इसकी सूचना जिला पुलिस को मिली थी। पुलिस की कार्रवाई आसपास के इलाकों में शुरू हुई। ऐसे में तस्कर प्राचीन मूर्ति को लेकर दूर निकल गए होंगे। पुलिस इस बात को भी ध्यान में रख अनुसंधान कर रही है कि स्थानीय लोगों की भूमिका मूर्ति चोरी की घटना में जरूर होगी। नक्सल और अपराध प्रभावित इलाका होने के कारण जन्म स्थान में मध्य रात्रि बाहर के अपराधियों का गाड़ी और हथियार के साथ पहुंचना संभव नहीं है। ऐसे में स्थानीय अपराधियों की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता। पुलिस महानिरीक्षक बच्चू सिंह मीना ने कहा कि मामला गंभीर है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।


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